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Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने जल संरक्षण को बताया देश सेवा का ही एक रूप

Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने कहा कि, टोक्यो जा रहे हर खिलाड़ी का अपना संघर्ष रहा है, बरसों की मेहनत रही है। वो सिर्फ अपने लिए ही नहीं जा रहें बल्कि देश के लिए जा रहे हैं।

नई दिल्ली। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में देश को संबोधित किया। बता दें 27 जून को पीएम मोदी के इस कार्यक्रम का 78वां प्रसारण रहा। इस बार इस कार्यक्रम को उन्होंने एक अलग अंदाज में शुरू किया की। उन्होंने कहा कि अक्सर ‘मन की बात’ में आपके सवालों की बौछार रहती है लेकिन इस बार मैंने सोचा कि कुछ अलग किया जाए। इस बार मैं आपसे सवाल करूंगा। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक के बहाने महान एथलीट मिल्खा सिंह को याद किया। उन्होंने कहा कि, जब बात Tokyo Olympics की हो रही हो, तो भला मिल्खा सिंह जी जैसे legendary athlete को कौन भूल सकता है। कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया। जब वे अस्पताल में थे, तो मुझे उनसे बात करने का अवसर मिला था। पीएम मोदी ने कहा कि, जब Talent, Dedication, Determination और Sportsman Spirit एक साथ मिलते हैं, तब जाकर कोई champion बनता है। Tokyo जा रहे हमारे Olympic दल में भी कई ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं, जिनका जीवन बहुत प्रेरित करता है।

milkha singh

लाइव:

पीएम मोदी ने कहा कि, टोक्यो जा रहे हर खिलाड़ी का अपना संघर्ष रहा है, बरसों की मेहनत रही है। वो सिर्फ अपने लिए ही नहीं जा रहें बल्कि देश के लिए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर आप #Cheer4India के साथ अपने इन खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दे सकते हैं।

अपडेट:

एक जुलाई को Chartered Accountants Day भी मनाया जाता है। अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए Chartered Accountants बहुत अच्छी और सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। मैं सभी Chartered Accountants, उनके परिवार के सदस्यों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

PM Modi mann ki baat

मध्य प्रदेश के सतना के एक साथी हैं श्रीमान रामलोटन कुशवाहा जी, उन्होंने बहुत ही सराहनीय काम किया है। रामलोटन जी ने अपने खेत में एक देशी म्यूजियम बनाया है। इस म्यूजिम में उन्होंने सैकड़ों औषधीय पौधों और बीजों का संग्रह किया है।

हमारे शास्त्रों में कहा गया है- “नास्ति मूलम् अनौषधम्” अर्थात, पृथ्वी पर ऐसी कोई वनस्पति ही नहीं है जिसमें कोई न कोई औषधीय गुण न हो! हमारे आस-पास ऐसे कितने ही पेड़ पौधे होते हैं जिनमें अद्भुत गुण होते हैं, लेकिन कई बार हमें उनके बारे में पता ही नहीं होता!

हमारे देश में अब मानसून का सीजन भी आ गया है। बादल जब बरसते हैं तो केवल हमारे लिए ही नहीं बरसते, बल्कि बादल आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बरसते हैं। इसलिए मैं जल संरक्षण को देश सेवा का ही एक रूप मानता हूं।

कभी-ना-कभी, ये विश्व के लिए case study का विषय बनेगा कि भारत के गांव के लोगों ने, हमारे वनवासी-आदिवासी भाई-बहनों ने, इस कोरोना काल में, किस तरह, अपने सामर्थ्य और सूझबूझ का परिचय दिया।