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PM Modi: जन चौपाल कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी ने किया यूपी की जनता को संबोधित, जमकर साधा पूर्व की सरकारों पर निशाना

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की चनावी सरगर्मियों के बीच जन चौपाल कार्यक्रम के तहत जनपदों की जनता से सीधा संवाद स्थापित कर रहे हैं, ताकि सूबे की लचर सियसी जमीं को चुनाव  से पहले पार्टी के लिए फलदायी बनाया जा सकें। अब इसी कड़ी में उन्होंने जन चौपाल कार्यक्रम मेरठ, गाजियाबाद,अलीगढ़, …

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की चनावी सरगर्मियों के बीच जन चौपाल कार्यक्रम के तहत जनपदों की जनता से सीधा संवाद स्थापित कर रहे हैं, ताकि सूबे की लचर सियसी जमीं को चुनाव  से पहले पार्टी के लिए फलदायी बनाया जा सकें। अब इसी कड़ी में उन्होंने जन चौपाल कार्यक्रम मेरठ, गाजियाबाद,अलीगढ़, हापुड़ और नोएडा के मतदाताओं से सीधा संबाद स्थापित कर रहे हैं। अपने संबोधन के दौरान जहां उन्होंने सूबे की योगी सरकार की उपलब्धियों से जनता को रूबरू कराया है, तो वहीं उन्होंने सपा, बसपा समेत अन्य विरोधी दलों पर जमकर खरी खोटी सुनाई है।

इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनपदों को जनता को संबोधित कर कहा कि, कल बसंत पंचमी का महत्वपूर्ण त्योहार है, मां सरस्वती के पूजन का दिन है। मैं आप सभी को बसंत पंचमी के इस पावन पर्व के लिए अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा कि, मुझे याद है, इस साल की शुरुआत में, मेरा पहला दौरा मेरठ का ही हुआ था। उस दिन मौसम खराब था, इसलिए मुझे सड़क मार्ग से आना पड़ा था। लेकिन मेरठ एक्सप्रेसवे की वजह से मैं एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली से मेरठ पहुंच गया था।

इसके साथ ही उन्होंने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कहा कि, मेरठ एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने का सौभाग्य देशवासियों ने मुझे दिया था। इस बात का ये भी सबूत है कि भाजपा की सरकार जो कहती है वो करके दिखाती है। जो काम शुरू करती है उसे पूरा करके दिखाती है।

वहीं, प्रधानमंत्री ने सूबे की पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए सपा, बसपा, कांग्रेस और बीजेपी के बीच के फर्क को जनता के बीच बयां किया। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में कहा कि ऐसे कई मसले हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए यह कहना उचित है कि यह चुनाव अन्य चुनावों की तुलना में अलग है। उन्होंने सूबे की जनता से एक मर्तबा फिर से योगी को मुख्यमंत्री बनाने की अपील की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन के दौरान इस चुनाव के संदर्भ में कहा कि, ये चुनाव सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि की पहचान को बनाए रखने के लिए है। और, ये चुनाव हिस्ट्री शीटर्स को बाहर रखने के लिए है, नई हिस्ट्री बनाने के लिए है।

उन्होंने अपने संबोधन के दौरान पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि, मुझे खुशी है कि UP के लोगों ने ये मन बना लिया है कि दंगाइयों, माफियाओं को पर्दे के पीछे रहकर के प्रदेश की सत्ता हथियाने नहीं देंगे। इसके अलावा उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव और योगी सरकार की कार्यशैली का जिक्र कर कहा कि, 2017 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद गरीब के घर बनाने की स्पीड कई गुना बढ़ी है। कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण की स्पीड डबल हुई है। मेट्रो कनेक्टिविटी इक्का-दुक्का शहरों से आज उत्तर प्रदेश के 10 शहरों तक पहुंच रही है।

इसके साथ ही उन्होंने सूबे की महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन से जोड़ने के संदर्भ में कहा कि, LPG गैस कनेक्शन का दायरा जो लगभग आधी आबादी तक ही सीमित था आज वो शत प्रतिशत तक हो रहा है। विदित हो कि केंद्र सरकार ने देश की महिलाओं को चुल्हे के धूएं से निजात दिलाने के लिए प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का शुभारंभ किया था।

इस बीच उन्होंने सूबे की शिक्षा पद्धित और कोरोना काल में शिक्षा क्षेत्र में सरकार द्वारा किए जा रहे सरहानीय कार्यों का उल्लेख कर रहा कि, इसी कोरोना काल में अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप जी के नाम पर विश्वविद्यालय बनना शुरू हुआ। मेरठ में मेजर ध्यानचंद जी के नाम पर खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास भी हो चुका है।

इसके साथ ही उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियों का जिक्र कर कहा कि, योगी जी की सरकार में पूर्वांचल और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पूरे हो चुके हैं और पांच एक्सप्रेस-वे पर तेज से काम चल रहा है। जब प्रयास ईमानदार हो तो काम ऐसे ही असरदार होता है।

इसके साथ ही उन्होंने सूबे में टीाकाकरण का जिक्र कर कहा कि, आज यूपी में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज शत-प्रतिशत लोगों को लग चुकी है। 70% से अधिक लोगों को दूसरी डोज भी लग चुकी है। ये यूपी के लोगों का, उन लोगों को करारा जवाब है, जो अफवाएं फैलाकर वैक्सीन पे question mark लगा देते थे।

बता दें कि प्रधानमंत्री ने पूर्व की सरकारों की विफलताओं का हवाला देते हुए कहा कि, यूपी में पहले की सरकार में विकास सिर्फ कागजी था। ये सिद्ध हो चुका है कि समाजवादी सिर्फ और सिर्फ परिवारवादी है। जबकि डबल इंजन की सरकार ने यूपी में जमीन पर काम किया।

गौरतलब है कि आगामी 10 फरवरी से यूपी में सात चरणों में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं और नतीजों की घोषणा 10 मार्च को होने जा रही है। इसी कड़ी में सूबे अपनी विजयी पताका फहराने के लिए सभी सियासी दलों के सूरमा मैदान में कूद पड़े हैं और जनता को रिझाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।  इसी लिहाल से  बीते कुछ दिनों से सूबे की गलियां बीजेपी के सियासी सूरमाओं की आमद से गुलजार हो रही है। विभिन्न सियासी दलों के बीच वार प्रतिवार का सिलसिला शुरू हो चुका है। अब किसे कामयाबी मिल पाती है और किसे नहीं। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।