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Who is S. Somnath: जानें कौन हैं एस सोमनाथ?, जिनकी अगुवाई में चंद्रयान-3 रचेगा कीर्तिमान

Who is S. Somnath: हम आपको इसरो प्रमुख एम सोमनाथन के बारे में बताने जा रहे हैं। उनके नेतृत्व में ही चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग हुई है। अब जल्द ही चंद्रयान-3 चांद पर लैंड कर चुका होगा। पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन का कार्यकाल समाप्त होने के बाद एस सोनाथन को यह कमान सौंपी गई है।

नई दिल्ली। चंद्रयान -3 को लेकर इन दिनों देश में चर्चा का बाजार गुलजार है। पूरे देशासियों को कल यानी की 23 अगस्त का बेसब्री से इंतजार है, जब चंद्रयान-3 चांद से महज दो कदम दूर होगा। बीते दिनों लैंडर और रोवर के अलग होने के रूप में हमारे वैज्ञानिकों को बड़ी सफलता मिली थी। कोई दो मत नहीं यह कहने में चंद्रयान-2 की विफलताओं को ध्यान में रखकर हम फूंक-फूंक कोई भी कदम रख रहे हैं। चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग जब सफलतापूर्वक हुई, तो पूरा देश खुशी से झूम उठा था। अब सभी को 23 अगस्त का इंतजार है, जब हम चांद पर पहुंच चुके होंगे। वहीं इसरो प्रमुख बयान जारी कर स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर सबकुछ ठीक रहा, तो हमें कीर्तिमान स्थापित करने से कोई नहीं रोक सकेगा। हालांकि, उन्होंने दो टूक कह दिया कि फिलहाल कोई विसंगति नहीं है। वहीं, आइए इस रिपोर्ट में हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी अगुवाई में इसरो इतिहास रचने जा रहा है।

दरअसल, हम आपको इसरो प्रमुख एम सोमनाथ के बारे में बताने जा रहे हैं। उनके नेतृत्व में ही चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग हुई है। अब जल्द ही चंद्रयान-3 चांद पर लैंड कर चुका होगा। पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन का कार्यकाल समाप्त होने के बाद एस सोमनाथ को यह कमान सौंपी गई है। इससे पहले वो अंतरिक्ष विभाग और अंतरिक्ष आयोग के सचिव पद की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इससे पूर्व वे तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र की भी कमान संभाल चुके हैं। आइए, आगे उनके शैक्षणिक पृष्ठभूमि के बारे में जानते हैं।

वहीं, बात उनके शैक्षणिक पृष्ठभूमि की करें, तो उन्होंने केरल के विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए बेंगलुरु का रुख किया। जहां उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस से उच्च शिक्षा ग्रहण की। वहीं, उनकी पत्नी जीएसटी विभाग में कार्यरत है। उनके दो बच्चों हैं, उन्होंने भी विज्ञान में ही शिक्षा ग्रहण की है। बता दें कि एस सोमनाथ को कई क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल है। ध्यान दें, वो इंजीनियरिंग, स्ट्रक्चरल डिजाइन, मैकेनिज्म, पायरोटेक्नीक और इंटीग्रेशन के क्षेत्र में वो पारंगत हैं। बहरहाल, जब से इसरो की कमान उनके हाथों में आई है, तब से वो नित दिन नए- नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।