नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तमिलनाडु (Tamil Nadu) की डॉ. एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी (Dr MGR Medical University) के दीक्षांत समारोह को शुक्रवार को संबोधित करते हुए कहा कि नेशनल मेडिकल कमीशन नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना में पारदर्शिता लाएगा और मानदंडों को युक्तिसंगत बनाएगा। यह इस क्षेत्र में मानव संसाधनों की गुणवत्ता और उपलब्धता में भी सुधार करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2014 से लेकर अब तक मेडिकल शिक्षा क्षेत्र में सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मेडिकल की पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) सीटों में 2014 की तुलना में 24,000 की वृद्धि हुई है। 2014 के मुकाबले यह 80 प्रतिशत है। 2014 में सिर्फ छह एम्स थे। लेकिन पिछले छह वर्षों में 15 और एम्स को मंजूरी मिली है। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे बताया गया है कि आज 21,000 से ज़्यादा उम्मीदवारों को डिग्री और डिप्लोमा मिल रहा है, इनमें से 70% महिलाएं हैं। हर क्षेत्र में महिलाओं को नेतृत्व करते देखना गर्व और खुशी की बात है।
मुझे बताया गया है कि आज 21,000 से ज़्यादा उम्मीदवारों को डिग्री और डिप्लोमा मिल रहा है, इनमें से 70% महिलाएं हैं। हर क्षेत्र में महिलाओं को नेतृत्व करते देखना गर्व और खुशी की बात है: तमिलनाडु के डॉ. एम.जी.आर. चिकित्सा विश्वविद्यालय के 33वें दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री pic.twitter.com/CNoxQ7lBJm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 26, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारी सरकार ने तमिलाडु में 11 नए मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी है। ये मेडिकल कॉलेज उन जिलों में स्थापित होंगे, जहां इस तरह के किसी कॉलेज की सुविधा नहीं है। हर कॉलेज के लिए केंद्र सरकार दो हजार करोड़ रुपये देगी।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “लोग कोरोना महामारी के बाद से डॉक्टरों का अधिक सम्मान करते हैं, क्योंकि वे इस पेशे के बारे में अधिक जानते है। मैं आप सभी से निवेदन करता हूं कि काम करते समय अपनी सूझबूझ बनाए रखें। यह आपको अपने रोगियों को खुश करने और उनका मनोबल ऊंचा रखने में मदद करेगा।”