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AMU के शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि होंगे PM मोदी, जारी करेंगे डाक टिकट

AMU’s centenary celebrations: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी(AMU) की बात करें तो इसे मुहम्मद एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज को राजपत्र अधिसूचना के बाद 1 दिसंबर 1920 को बनाया गया था। तत्कालीन कुलपति मुहम्मद अली मुहम्मद खान राजा महमूदाबाद ने एएमयू का विश्वविद्यालय के रूप में उद्घाटन 17 दिसंबर 1920 को किया था।

नई दिल्ली। मंगलवार(22 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप शिरकत करेंगे। बता दें कि पीएम मोदी सुबह 11 बजे वर्चुअल तरीके से इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम को लेकर जानकारी मिली है कि पीएम मोदी इस दौरान एक डाक टिकट भी जारी करेंगे। कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल भी होंगे और साथ ही विश्वविद्यालय के कुलपति शसैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि 22 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर शताब्दी समारोह (Centenary Celebrations) का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पीएम मोदी बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और अपना संबोधन ऑनलाइन ही देंगे। बता दें कि कार्यक्रम को लेकर विश्विद्यालय की तरफ से इंतजाम पूरे कर लिए गये हैं।

PM Narendra Modi

बता दें कि पीएम मोदी एएमयू के कार्यक्रम में 56 साल बाद शामिल होने वाले पहले प्रधानमंत्री बन जाएंगे। दरअसल 56 साल पहले एएमयू के दिक्षांत समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री ने हिस्सा लिया था। कोरोना संक्रमण के कारण एएमयू के इस समारोह को वर्चुअल तरीके से आयोजित किए जाने का फैसला लिया गया है।

pm Modi AMU

एएमयू के शताब्दी समारोह को यादगार बनाने के लिए विश्वविद्यालय की इमारतों को खूबसूरत तरीके से सजाया गया है। एएमयू में विश्वविद्यालय प्रशासनिक ब्लॉक, स्ट्रेची हाल, सेंटेनरी गेट, यूनिवर्सिटी मस्जिद और विक्टोरिया गेट को भी रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है।

वहीं इस अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की बात करें तो इसे मुहम्मद एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज को राजपत्र अधिसूचना के बाद 1 दिसंबर 1920 को बनाया गया था। तत्कालीन कुलपति मुहम्मद अली मुहम्मद खान राजा महमूदाबाद ने एएमयू का विश्वविद्यालय के रूप में उद्घाटन 17 दिसंबर 1920 को किया था। अलीगढ़ में यह विश्वविद्यालय 467.6 हेक्टेयर भूमि पर फैला हुआ है।