प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय सिनेमा के सदाबहार आइकन देव आनंद की 100वीं जयंती मनाई। उन्होंने टिप्पणी की कि देव आनंद की फिल्में न केवल मनोरंजन प्रदान करती थीं बल्कि भारत की आकांक्षाओं को भी प्रतिबिंबित करती थीं। गौरतलब है कि 2011 में देव आनंद का 88 साल की उम्र में निधन हो गया था। ‘गाइड’, ‘सीआईडी’, ‘तेरे घर के सामने’ और ‘हम दोनो’ जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध देव आनंद ने भारतीय फिल्म उद्योग पर एक अमिट छाप छोड़ी। आज, उनकी जयंती पर, प्रधान मंत्री मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए एक पोस्ट के साथ महान अभिनेता की दो तस्वीरें साझा कीं।
देव आनंद को प्रधानमंत्री मोदी की श्रद्धांजलि
X पर एक पोस्ट में, प्रधान मंत्री मोदी ने व्यक्त किया, “देव आनंद जी को एक शाश्वत आइकन के रूप में याद किया जाता है। कहानी कहने की उनकी प्रतिभा और सिनेमा के लिए उनका अटूट जुनून अद्वितीय था। उनकी फिल्में न केवल मनोरंजन करती थीं, बल्कि विकसित होते समाज और आकांक्षाओं को भी प्रदर्शित करती थीं।” भारत। उनका स्थायी प्रदर्शन पीढ़ियों को प्रभावित करता रहेगा। उनकी 100वीं जयंती पर उन्हें याद कर रहा हूं।”
Dev Anand Ji is remembered as an evergreen icon. His flair for storytelling and passion for cinema were unmatched. His films not only entertained but also reflected the changing society and aspirations of India. His timeless performances continue to influence generations.… pic.twitter.com/j1JdajHUec
— Narendra Modi (@narendramodi) September 26, 2023
पुरस्कार और सम्मान, भारतीय सिनेमा में देव आनंद के योगदान
देव आनंद ने 1946 में ‘हम एक हैं’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और ‘पेइंग गेस्ट,’ ‘बाजी,’ ‘ज्वेल थीफ,’ ‘जॉनी मेरा नाम,’ ‘अमीर गरीब’ जैसी फिल्मों के जरिए अपना जादू बिखेरा। ‘ ‘वारंट,’ और ‘हरे राम हरे कृष्णा।’ भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए, देव आनंद को 2001 में पद्म भूषण और 2002 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की यह श्रद्धांजलि देव आनंद की स्थायी विरासत और भारतीय सिनेमा की दुनिया में उनके अमूल्य योगदान की मार्मिक याद दिलाती है। देवानंद वाकई एक कालजयी अभिनेता थे इसमें कोई दोराय नहीं है। आज भी भारत सहित दुनियाभर में उनके चाहने वाले लोग मौजूद हैं।