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Mann Ki Baat: PM मोदी का संदेश, दिवाली पर जगाएं वोकल फॉर लोकल की अलख, जानें संबोधन की अहम बातें

Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने कहा कि 100 करोड़ वैक्सीन डोज़ के बाद आज देश नए उत्साह और नई ऊर्जा से आगे बढ़ रहा है। हमारे वैक्सीन कार्यक्रम की सफलता भारत के सामर्थ्य को दिखाती है, सबके प्रयास के मंत्र की शक्ति को दिखाती है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम “मन की बात’ के जरिए लोगों को संबोधित किया। कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी ने हेल्थवर्कर्स का आभार जताया। पीएम मोदी ने कहा कि, 100 करोड़ वैक्सीन डोज़ के बाद आज देश नए उत्साह और नई ऊर्जा से आगे बढ़ रहा है। हमारे वैक्सीन कार्यक्रम की सफलता भारत के सामर्थ्य को दिखाती है, सबके प्रयास के मंत्र की शक्ति को दिखाती है। बता दें कि पीएम मोदी ने 82वीं बार रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया।

पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें-

आप Local खरीदेंगे तो आपका त्योहार भी रोशन होगा और किसी गरीब भाई-बहन, किसी कारीगर, किसी बुनकर के घर में भी रोशनी आएगी। मुझे पूरा भरोसा है जो मुहिम हम सबने मिलकर शुरू की है, इस बार त्योहारों में और भी मजबूत होगी।

हमें Drone Technology में अग्रणी देश बनना है। इसके लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है।

भारत, दुनिया के उन पहले देशों में से है, जो Drone की मदद से अपने गांव में जमीन के Digital Record तैयार कर रहा है।

Bureau of Police Research and Development के आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या Double हो गई है।

भारत ने सदैव विश्व शांति के लिए काम किया है। इस धरती को एक बेहतर और सुरक्षित Planet बनाने में भारत का योगदान, विश्व भर के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।

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1947-48 में जब UN Human Rights का Universal Declaration तैयार हो रहा था तो उस Declaration में लिखा जा रहा था All Men are created Equal. लेकिन भारत के एक Delegate ने इस पर आपत्ति जताई और फिर Universal Declaration में लिखा गया- All Human Beings are created Equal.

अगले महीने, 15 नवम्बर को हमारे देश के महापुरुष, वीर योद्धा, भगवान बिरसा मुंडा जी की जन्म-जयंती आने वाली है। भगवान बिरसा मुंडा ने अपनी संस्कृति, अपने जंगल, अपनी जमीन की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उन्होंने हमें अपनी संस्कृति और जड़ों की प्रति गर्व करना सिखाया।

आप कल्पना करिए, जब आजादी के आंदोलन से जुड़ी रंगोली बनेगी, लोग अपने द्वार पर, दीवार पर, किसी आजादी के मतवाले का चित्र बनाएंगे, आजादी की किसी घटना को रंगों से दिखाएंगे, तो, अमृत महोत्सव का भी रंग और बढ़ जाएगा।

हमारे यहां रंगोली के जरिए त्योहारों में रंग भरने की परंपरा तो सदियों से है। रंगोली में देश की विविधता के दर्शन होते हैं। संस्कृति मंत्रालय इससे भी जुड़ा एक National Competition करने जा रहा है।

सरदार साहब कहते थे कि, हम अपने एकजुट उद्यम से ही देश को नई महान ऊंचाईयों तक पहुंचा सकते हैं। अगर हममें एकता नहीं हुई तो हम खुद को नई-नई विपदाओं में फंसा देंगे। यानी राष्ट्रीय एकता है तो ऊंचाई है, विकास है। हमारी आजादी का आंदोलन तो इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।

अगले रविवार, 31 अक्तूबर को, सरदार पटेल जी की जन्म जयंती है। ‘मन की बात’ के हर श्रोता की तरफ से, और मेरी तरफ से, मैं, लौहपुरुष को नमन करता हूँ।

लाखों Health Workers के परिश्रम की वजह से ही भारत 100 करोड़ वैक्सीन डोज का पड़ाव पार कर सका है। आज मैं हर उस भारतवासी का आभार व्यक्त करता हूं जिसने ‘सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ अभियान को इतनी ऊंचाई दी, कामयाबी दी।

100 करोड़ vaccine dose का आंकड़ा बहुत बड़ा जरूर है। मैं अपने देश, अपने देश के लोगों की क्षमताओं से भली-भांति परिचित हूं। मैं जानता था कि हमारे Healthcare Workers देशवासियों के टीकाकरण में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।