पटना। बिहार की सियासत इन दिनों अपने चरम पर नजर आ रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी से नाता तोड़ने के बाद लगातार विपक्षी दलों से साथ आने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कल की रैली के दौरान कांग्रेस पार्टी से यही अपील की। उन्होंने समय पर इस बिंदू पर फैसला करने के लिए कहा है। नीतीश कुमार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का सहयोग प्राप्त हुआ है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस पार्टी के महाधिवेशन के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लोगों को भारतीय जनता पार्टी की विरोधी सभी पार्टियों से एकजुट होकर लड़ने की उम्मीद है, लेकिन सबसे ज्यादा उम्मीद कांग्रेस से ही दिखाई दे रही है।
वही अधिवेशन के दौरान प्रियंका गांधी ने ये भी कहा, ”चुनाव में एक साल बचा है। जितनी पार्टियां हैं, जिनकी विचारधारा इनसे (भाजपा) विपरीत है, उनसे उम्मीद है कि एकजुट होकर लड़े, लेकिन सबसे ज्यादा उम्मीद कांग्रेस से है।” इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि संगठन को लेकर कई चुनौतियां है जिनसे निपटना है और गांव-गांव तक जाकर लोगों से मिलना होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि पार्टी का संदेश और सरकार की ‘विफलताओं’ को लोगों तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से कांग्रेस की विचारधारा की लंबी लकीर खींचकर दिखाई है। ये कांग्रेस के सुनहरे भविष्य की तरफ जाने वाला रास्ता है।
आपके लिए बीजेपी के दरवाजे बंद हैं..
आपको बता दें कि इससे पहले पश्चिमी चंपारण में एक रैली के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार के खिलाफ बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि अब नीतीश कुमार के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। अगर कभी भविष्य में नीतीश कुमार भाजपा की ओर देखते हैं तो उनके लिए मुश्किल होगा कि वह वापसी कर सकें। अमित शाह ने मंच से ऐलान किया कि अब आया राम गया राम बहुत हुआ। अमित शाह ने राजद और जदयू की तुलना तेल और पानी से की। उन्होंने कहा कि आरजेडी तेल है तो राजद पानी। दोनों का गठबंधन बिल्कुल बेमेल है। दोनों कभी साथ नहीं रह सकते।