नई दिल्ली। कृषि बिलों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन को 46 दिन हो गए हैं। ऐसे में शनिवार की देर शाम एक किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। बता दें कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच पंजाब से दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर धरना देने आए 40 वर्षीय एक किसान ने जहर खाकर खुदखुशी कर ली। मरने वाले किसान का नाम अमरिंदर सिंह है और वो पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के रहने वाले थे। गौरतलब है कि कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। ऐसे में किसान आंदोलन का आज 46वां दिन है। किसान संगठनों और सरकार के बीच 8वें राउंड की मीटिंग भी बिना किसी नतीजे के खत्म हुई। इस बीच किसानों ने अपने आंदोलन (Farmers Protest) को और तेज करने का ऐलान कर दिया है। बता दें कि अब अगली मीटिंग 15 जनवरी को होनी है।
वहीं आत्महत्या करने वाले किसान को लेकर एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि, “शाम बॉर्डर के मुख्य स्टेज के पीछे उन्होंने सल्फास खाया, वहीं स्टेज के सामने मौजूद पंडाल के सामने आकर गिर गए, मौके पर खड़े अन्य किसान उन्हें अस्पताल ले गए, जहां उनकी करीब शाम 7 बजे मृत्यु हो गई।” बता दें कि मृतक अमरिंदर सिंह पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के रहने वाले थे। शनिवार देर शाम सल्फास खाने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई।
फिलहाल सल्फास खाने के पीछे कारणों का पता नहीं चल पाया है और ना ही धरनास्थल पर मौजूद प्रदर्शनकारियों को मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। दरअसल, कृषि कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन पर कोई नतीजा नहीं निकल सका है। हालांकि सरकार साफ कर चुकी है कि वह कानूनों को वापस नहीं लेगी, वहीं दूसरी ओर किसान भी कानून की वापसी की मांग पर अड़े हुए हैं।