नई दिल्ली। कोरोना के मामलों के चलते देशभर में स्कूली शिक्षा प्रभावित हुई है। ऐसे में अभी बच्चों के स्कूल खुलने का फैसला पूरी तरह से अभिभावकों और राज्य सरकार पर निर्भर है। इस बीच खबर सामने आई है कि पंजाब में कांग्रेस सरकार ने 26 जुलाई से राज्य में 10वीं, 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए फिर से स्कूल खोलने का फैसला किया है। हालांकि इस फैसले के साथ अमरिंदर सरकार ने भले ही कुछ शर्तें रखी हों, लेकिन फिर भी इसको लेकर सरकार की आलोचना हो रही है। बता दें कि कोरोना वायरस के नए-नए वैरिएंट सामने आते जा रहे हैं। ऐसे में फिर से स्कूलों में ऑफलाइन पढ़ाई को लेकर पंजाब सरकार का यह फैसला खतरे से खाली नहीं है। कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी भी बना हुआ है, और इसको लेकर अलर्ट रहने को कहा गया है। वहीं देश में डेल्टा वैरिएंट भी सक्रिय पाया गया है। इसके अलावा सबसे अहम मुद्दा ये है कि बच्चों के लिए अभी वैक्सीनेशन शुरू नहीं हुआ है।
ऐसे हालत में पंजाब कांग्रेस सरकार का बच्चों के लिए स्कूल खोलना, जनहित में कतई नहीं लग रहा। वहीं भारत के बाहर अन्य देशों की बात करें तो अमेरिका में भी अभी 12वीं से ऊपर के बच्चों के लिए ऑफलाइ क्लास खोला गया है। इसमें भी वहीं बच्चे स्कूल जा रहे हैं जिनका वैक्सीनेशन हो चुका है। वहीं कनाडा की बात करें तो वहां क्लास अटेंड करना वैकल्पिक है। जिसमें स्कूल जाने का फैसला अभिभावकों पर निर्भर है। उनकी मर्जी से ही बच्चें स्कूल जाने या ना जाने की सूरत में होंगे।
बता दें कि पंजाब सरकार का स्कूल खोलने का फैसला ऐसे भी खतरे को बुलावा देने वाला है कि जब तीसरी लहर को लेकर पूरा देश भयभीत नजर आ रहा है। वहीं लोग इस फैसले को लेकर यहां तक भी कह रहे हैं कि पंजाब सरकार बच्चों की जान लेने पर आमादा है। बच्चों के बिना वैक्सीनेशन होने पर स्कूल भेजना किसी खतरे से खाली नहीं है।
वहीं पंजाब सरकार के फैसले पर गौर करें तो कोविड-19 समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि विद्यालयों को दसवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं के लिए खुलने की अनुमति होगी, लेकिन केवल उन्हीं अध्यापकों एवं कर्मियों को विद्यालय पहुंचने की अनुमति होगी, जिनका पूरी तरह टीकाकरण हो चुका है। बता दें कि यहां बच्चों के वैक्सीनेशन की बात नहीं है। वहीं बच्चों के भी आने को लेकर उनके अभिभावकों की मर्जी होगी। लेकिन कोरोना संकट के बीच पंजाब सरकार के स्कूल खोलने के फैसले पर बवाल मचा हुआ है।