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Bihar: एनसीपी के बाद अब बिहार जेडीयू में होगी बगावत? एनडीए नेता कर रहे दावा, नीतीश कुमार के कदम से भी लग रहीं अटकलें

नीतीश कुमार जबसे बीजेपी से अलग हुए, तभी से वो पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को केंद्र की सत्ता से उखाड़ने का अभियान चला रहे हैं। नीतीश ने इसके लिए कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने का काम किया है। ऐसे में आसार कम हैं कि वो वापस बीजेपी का दामन थामेंगे। फिर भी अटकलों का दौर जारी है।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में एनसीपी में हुई बगावत के बाद अब बिहार को लेकर अटकलों का दौर जारी है। क्या बिहार में भी जेडीयू के विधायक और सांसद बगावत करेंगे या नीतीश कुमार एक बार फिर बीजेपी का दामन थामेंगे? ये सवाल रविवार से उठने लगा है। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी और रिपब्लिकन पार्टी से मोदी सरकार में मंत्री रामदास अठावले दावा कर रहे हैं कि बिहार में भी महाराष्ट्र जैसा मामला होने जा रहा है। सुशील मोदी का कहना है कि नीतीश कुमार पिछले कुछ दिनों से अपनी पार्टी के विधायकों और सांसदों से यूं ही नहीं मिल रहे। वो थाह ले रहे हैं कि जेडीयू के ये नेता अगले कदम के बारे में कुछ सोच रहे हैं या नहीं। सुशील मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि इससे पहले कभी नीतीश ने अपने विधायकों और सांसदों से इस तरह बात नहीं की। उन्होंने दावा किया है कि जेडीयू के नेता न राहुल गांधी और न ही तेजस्वी यादव को स्वीकार करेंगे।

वहीं, रामदास अठावले ने रविवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के बाद अब बिहार की बारी है। अठावले ने कहा कि जल्दी ही बिहार में सत्ता परिवर्तन होगा। चर्चा इसकी है कि नीतीश कुमार अब महागठबंधन से असहज हो रहे हैं। इसी वजह से जेडीयू के विधायकों और सांसदों से उनके मन की बात जानने के लिए नीतीश ने मुलाकात की। हालांकि, नीतीश से मिलने वाली सभी जेडीयू विधायकों और सांसदों ने बाहर निकलकर मीडिया से यही कहा कि वो तो सिर्फ मुलाकात करने आए थे। कयास चाहे जो लगें, लेकिन फिलहाल जेडीयू की तरफ से बीजेपी पर हमले जारी हैं। जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने एनसीपी में हुई टूट के मसले पर रविवार को बीजेपी के खिलाफ बयान भी दिया था।

nitish kumar

नीतीश कुमार जबसे बीजेपी से अलग हुए, तभी से वो पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को केंद्र की सत्ता से उखाड़ने का अभियान चला रहे हैं। नीतीश ने इसके लिए कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने का काम किया है। ऐसे में आसार कम हैं कि वो वापस बीजेपी का दामन थामेंगे, लेकिन महाराष्ट्र के बाद बिहार में भी टूट की अटकलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। देखना ये है कि ऐसा कुछ होता है या महागठबंधन के साथ नीतीश कुमार की गाड़ी दौड़ती रहती है।