नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और चुनाव आयोग किसी भी वक्त चुनावी कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। गठबंधन आकार लेने के साथ ही राजनीतिक दलों ने अपनी चालें शुरू कर दी हैं। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया है। कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश में एक सीट पर अपना दावा करेगी।ऐसी अटकलें हैं कि राहुल गांधी अपनी पारंपरिक लोकसभा सीट, अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं, जबकि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की दोनों सीटों रायबरेली से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं। अगर यह अटकलें सच होती हैं, तो यह चुनावी राजनीति में प्रियंका गांधी की शुरुआत होगी।
इस बीच, सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा में प्रवेश करने के फैसले ने इस बात को लेकर चिंता बढ़ा दी है कि क्या वह अपनी बेटी प्रियंका गांधी के लिए रायबरेली सीट खाली कर सकती हैं। इसके अतिरिक्त, अगर राहुल गांधी एक बार फिर से अमेठी से चुनाव लड़ते हैं, तो यह 2019 में देखी गई तीव्र चुनावी लड़ाई की यादें फिर से ताजा कर सकता है जब भाजपा की स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराया था। हालाँकि, राहुल ने उसी चुनाव में केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से भी चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
राहुल गांधी 2019 में अमेठी में बीजेपी की स्मृति इरानी से हार गए थे। रायबरेली सीट पर उनकी मां सोनिया गांधी जीती थीं। अब सोनिया राजस्थान से राज्यसभा चली गई हैं, तो रायबरेली सीट पर उनकी बेटी प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं।