नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित पार्टी के तमाम नेता अग्निपथ योजना को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन में आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। युवाओं को भड़काने की पूरी कोशिश की जा रही है, ताकि वे कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेने से कोई गुरेज न करें। वैसे ही पिछले कई दिनों अग्निपथ योजना को लेकर दिगभ्रमित हुए छात्र द्वारा फैलाई गई हिंसा की आग एक या दो नहीं, बल्कि कई राज्यों में पहुंच चुकी हैं। ऐसे में युवाओं से शांति-व्यवस्था बनाए रखने की अपील करने की जगह विरोध खेमों की ओर उन्हें बरगलाने की कोशिश की जा रही है। आपको यकीन न हो रहा हो तो आप खुद ही कंग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्विटस् देख लीजिए, आपको साफ पता चल जाएगा कि कैसे ये लोग युवाओं को हिंसा फैलाने के लिए भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता भी इनके पीछे की रणनीति को समझ चुकी है, इसलिए तो ये कोई भी ऐसे वैसा ट्वीट करते हैं, तो इनकी जमकर क्लास लगा दी जाती है। राहुल और प्रियंका के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। लोगों ने उनकी को सोशल मीडिया पर जमकर क्लास लगा दी है। उससे पहले कि हम आपको सोशल मीडिया पर आई रोषपूर्ण प्रतिक्रियाओं से अवगत कराए, उससे पहले आपको राहुल और प्रियंका गांधी का ट्वीट दिखाते हैं।
राहुल गांधी की ट्वीट
तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, 8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का अपमान किया है। मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे। ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा। राहुल के बाद उनकी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी कूद पड़ी।
8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का अपमान किया है।
मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे।
ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 18, 2022
प्रियंका गांधी का ट्वीट
वहीं, प्रियंका ने उक्त मामले में ट्वीट कर कहा कि, 24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है नरेंद्र मोदी जी इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए। सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए
24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा
मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है@narendramodi जी
इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए
एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए।
सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 17, 2022
उधर, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के ट्वीट पर भी लोगों ने भी रोषपूर्ण प्रतिक्रियाएं दी हैं। आइए, हम आपको कुछ ऐसी ही प्रतिक्रियाओं से अवगत कराते हैं। बहरहाल, इन प्रतिक्रियाओं ने एक बात साफ कर दी है कि उनकी राय लोगों को रास नहीं आई है। तो ये था राहुल और प्रियंका का ट्वीट, जिसकी वजह से लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान में पहुंच चुका है।
राहुल को बोले गए शब्द से चिढ़ने वाला यह पाकिस्तानी हिन्दी जानता हैं या देश में बैठा पाकिस्तान प्रेमी गद्दार हैं?
अब भी तुम आतंकियों के मरने पर रोने वाले और उनके पालने वाले तथाकथित गाँधी परिवार की मंशा नही समझ पाए तों भविष्य में अपनों पर रोना रोओगे! https://t.co/i5vmC1TpeE pic.twitter.com/vPoexbeXoN
— मानस पाण्डेय (@manashpandey_) June 18, 2022
— Shiva,The Wonder girl (@Shivaradhana55) June 17, 2022
— Pradip (@PradipSocialNet) June 17, 2022
— Guddu Singh (@GudduSi27838665) June 17, 2022
जानें पूरा माजरा
दरअसल, अभी हाल ही में केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए सेना में भर्ती करने हेतु अग्निपथ योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत 17.05 , 23 वर्ष के युवा चार वर्षों के लिए सेना तीनों अंगों में से किसी भी अंग में उक्त योजना के तहत नौकरी हेतु आवेदन कर सकते हैं। लेकिन, अब युवाओं में इस बात को लेकर आक्रोश है कि सेना में चार वर्ष काम करने के उपरांत उनके पास रोजगार के रूप में क्या साधन रहेंगे, जिसे लेकर युवाओं द्वारा विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है, लेकिन सरकार ने सभी युवाओं के आश्वासन दिया है कि सेना में बतौर अग्निवीर काम करने के उपरांत उन्हें किसी भी अर्धसैनिक बल समेत निजी संस्थानों में नौकरी हेतु प्राथमिकता दी जाएगी, लेकिन इसके बावजूद भी विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है।
अब यह विरोध प्रदर्शन राजनीति रंग भी ले चुका है। वहीं, विरोध प्रदर्शन के नाम पर जिस तरह हिंसक गतिविधियां देखने को मिल रही है, उसे लेकर राज्यों की पुलिस अब सख्त हो चुकी है। विरोध प्रदर्शन में संलिप्त असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो चुका है। बता दें कि अब तक विभिन्न राज्यों से विरोध प्रदर्शन के नाम पर दंगा करने वाले दंगाइयों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में उक्त पूरा माजरा क्या रुख अख्तिय़ार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम