नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सियासत करने के लिए लगातार मुद्दे ढूंढते रहते हैं। यहां तक कि रेप जैसी घटनाओं पर भी वह राजनीति करने से बाज नहीं आते है। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि रेप की घटनाओं में राहुल की ये सियासत गैर कांग्रेस शासित राज्यों में दिखती है, लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों में दरिंदगी की घटनाओं पर वह चुप्पी साध लेते हैं। ताजा मामला राजधानी दिल्ली के नांगल का है। यहां एक नाबालिग से रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बच्ची का शव बिना परिवार की मर्जी के आनन-फानन जला दिया गया। दरअसल, दिल्ली में कानून और व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र की मोदी सरकार की है। ऐसे में राहुल गांधी को इसमें सियासी मुद्दा मिल गया। राहुल बुधवार को तुरंत नांगल पहुंच गए और पीड़िता के माता-पिता से मुलाकात भी की। हैरान करने वाली बात ये है कि राहुल इस बच्ची के माता-पिता से मिलने उनके घर नहीं गए। दोनों को उन्होंने अपनी गाड़ी में ही बुला लिया।
लेकिन एक तरफ जहां राहुल गांधी इस मामले में रेप पीड़िता के साथ होने की बात कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस शासित राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में रेप की घटनाओं पर वह कभी कुछ नहीं बोलते। बात करते है राजस्थान की। जहां सूबे में कांग्रेस की अशोक गहलोत की सरकार है, प्रदेश में महिलाए और बेटियां कितनी सुरक्षित है इसका अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि राज्य में आए दिन रेप की वारदात सामने आती रहती है। कुछ महीनों पहले राजस्थान के नागौर में रेप की दिल दहला देनी वाला घटना सामने आई थी। दरअसल यहां आरोपियों ने दरिंदगी की सारी हादें पार कर दी पहले महिला के साथ रेप किया फिर उन्होंने एक बोतल भी महिला के प्राइवेट पार्ट में डाल दिया। इसके अलावा अजमेर के रामगंज में भी रेप की घटना सामने आई थी। यहां एक दलित विवाहिता के साथ बंधक बनाकर दुष्कर्म किया गया।
इसके साथ राज्य में और भी कई रेप की घटना सामने आती रहती है। इसी क्रम में राजस्थान के कोटा में एक नाबालिग लड़की से सामूहिक बलात्कार की वारदात की खबर आई थी। जहां 18 से भी ज्यादा दरिंदों ने एक नाबालिग किशोरी के साथ बलात्कार किया। लेकिन इन सभी घटनाओं पर राहुल गांधी ने पीड़िता के परिजनों से मिलना तो दूर एक शब्द भी नहीं बोले। मगर जब गैर कांग्रेस शासित राज्य की बात आती है तो वह तुंरत राजनीति का मौका तलाशने लगते है और पीड़िता के परिजनों के प्रति हमदर्दी जताने की कोशिश करने लगते है।
बीते कुछ महीनों की बात करें, तो राजस्थान में रेप की तमाम घटनाएं हुई हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि राहुल गांधी भाजपा शासित राज्यों में होने वाली इस तरह की घटनाओं पर तो खूब बोलते हैं लेकिन जब इस तरह की वारदातें कांग्रेस शासित राज्यों में होती हैं, तो वो खामोशी की चादर ओढ़ लेते हैं।