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राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच भाजपा ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, कही ये बात

राजस्थान भाजपा ने राज्यपाल को ज्ञापन में लिखा ‘मुख्यमंत्री द्वारा 24 जुलाई को जिस प्रकार अपने दल के लोगों को उत्प्रेरित करते हुए राजभवन घेरने की धमकी एवं उस स्थिति में राज्य सरकार द्वारा राजभवन को सुरक्षा प्रदान करने की असमर्थता व्यक्त की, यह IPC की धारा 124 का स्पष्ट उल्लंघन है।’

नई दिल्ली। राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से सियासी घमासान लगातार जारी है। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के फेयरमोंट होटल में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक की, वहीं भाजपा नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया और विपक्ष के नेता गुलाब चंद्र कटारिया के नेतृत्व में भाजपा का प्रतिनिधिमंडल आज राज्यपाल कलराज मिश्र से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा और कहा, राज्य में अराजक स्थिति बनी हुई है।

Rajasthan BJP delegation

राजस्थान भाजपा ने राज्यपाल को ज्ञापन में लिखा ‘मुख्यमंत्री द्वारा 24 जुलाई को जिस प्रकार अपने दल के लोगों को उत्प्रेरित करते हुए राजभवन घेरने की धमकी एवं उस स्थिति में राज्य सरकार द्वारा राजभवन को सुरक्षा प्रदान करने की असमर्थता व्यक्त की, यह IPC की धारा 124 का स्पष्ट उल्लंघन है।’

राज्यपाल से मिलने के बाद राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, हमने आज राज्यपाल को ज्ञापन दिया है जिसमें निवेदन किया है कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति कैसे नियंत्रण में आए, इसपर विचार करने की आवश्यकता है। 35000 से ज्यादा मामले हो गए हैं, कम से कम इस तरीके से राजस्थान को भगवान भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता।

Satish Punia

राज्यपाल से मिलने के बाद भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री राज्य के प्रमुख हैं और उन्होंने कहा कि वह कानून और व्यवस्था की स्थिति के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। अगर वह नहीं, तो कौन जिम्मेदार होगा? उन्हें इस तरह की भाषा का उपयोग करने के लिए इस्तीफा देना चाहिए।

वहीं भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने इस मुलाकात के बाद कहा किने कहा कि काग्रेस ने जो कुछ राजभवन परिसर में किया वह निचले स्‍तर की रजनीति है। राज्‍य में कोई शासन नहीं है, सत्ता में रहने वालों को हफ्तों से एक पांच सितारा होटल में रखा जाता है। इन विभिन्न मुद्दों के कारण लोग पीड़ित हैं।