नई दिल्ली। आखिर जिस खतरे की आशंका से दुनिया पिछले कुछ महीनों से जूझ रही थी, वह आज यानी गुरुवार को हकीकत में बदल ही गई। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा आज जब हमले की घोषणा की गई, तब वहां सुबह के पांच बज रहे थे। उसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने भी अपने संबोधन में कहा कि रूस द्वारा हमला एक राष्ट्र के तौर पर हमारे संप्रभुता और अखंडता का उल्लंघन है। हालांकि, रूसी राष्ट्रपति पुतिन जब हमले का ऐलान कर रहे थे, तो उन्होंने अमेरिका सहित पश्चिमी देशों द्वारा उनपर बनाए जा रहे दबावों को लेकर भी एक बड़ी बात कही। बता दें कि रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले की आशंका के मद्देनजर अमेरिका सहित उसके तमाम सहयोगी देश रूस को लगातार धमका रहे थे कि अगर रूस द्वारा हमला किया जाता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। लेकिन आज हमले से पहले रूस ने भी ये साफ कर दिया कि अगर दूसरे देश दखलंदाजी करते हैं, तो वह भी चुप नहीं बैठेगा। सुबह की इस खबर से लेकर अब तक इस मामले में काफी कुछ देखने-सुनने को मिल चुका है। भारतीय रक्षामंत्री ने भी इस मामले पर अपना बयान दिया है, इसके अलावा ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन भी कई बार सामने आ चुके हैं। अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बिडेन भी अपना एक संबोधन अमेरिकी लोगों के नाम करने वाले हैं। लेकिन सबसे बड़ा फैसला नाटो के तरफ से लिया गया है। बहरहाल, क्या है पूरा मामला, आइए जानते हैं…
100 युद्धक विमानों को अलर्ट मोड में तैनात किया गया- NATO
रूस द्वारा यूक्रेन पर किये गए हमले के बीच नाटो (NATO) देश हरकत में दिख रहे हैं। खबर है कि उन्होंने 100 की संख्या में युद्धक विमानों को रूस पर अटैक के लिए अलर्ट मोड पर रखा है। आज यानी गुरुवार की रात निर्णायक साबित होने वाली है, इससे पता लग जाएगा कि यह युद्ध आगे कौन सा रूख अख्तियार करने वाला है। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने भी रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने की बात कही है।
अबतक 30 से ज्यादा हमले कर चुका है रूस
रूस द्वारा यूक्रेन पर अबतक 30 से भी ज्यादा मिसाइलें दागी जा चुकी हैं, और उसके हमले में 40 जवान मारे जा चुके हैं। 10 आम लोगों के भी हताहत होने की खबरें आईं हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के यूक्रेनियन सेना के बीच हौसलाफजाई के लिए पहुंचने की खबरें भी आईं हैं। जेलेंस्की ने कहा है कि वे आत्मसमर्पण नहीं करने वाले। खबर ये भी है कि रूस यूक्रेन के उत्तरी हिस्से से राजधानी कीव में प्रवेश कर चुका है, और वह तीन तरफ से यूक्रेन को घेर चुका है।
यूक्रेन से भारतवासियों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह #Russia #Ukraine #RussiaUkraineConflict #Dangal@swetasinghat pic.twitter.com/bpGtxCda1A
— AajTak (@aajtak) February 24, 2022
….युद्ध से बचना चाहिए- राजनाथ सिंह ने किया भारत का रुख
राजनाथ सिंह से जब इन दो देशों के बीच युद्ध के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि शांति व्यवस्था बनी रहे, बातचीत के द्वारा ही इस मुद्दे का हल निकाला जाना चाहिए और युद्ध से बचना चाहिए। वहीं, वहां फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के प्लान पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हम मानते हैं कि स्थिति गंभीर है, लेकिन यूक्रेन के एयरपोर्ट पर प्लेन लैंड होने के हालात नहीं है। हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि वहां से सभी छात्रों को वापस बुला लिया जाए।