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Ram Mandir Pran Pratishtha: “राम आएंगे!”, देखिए यह एनिमेशन Video और राम भक्ति में जाइए डूब

Ram Mandir Pran Pratishtha: वहीं, आगामी 22 जनवरी को नवनिर्मित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, जिसमें कई गणमान्य शामिल होने जा रहे हैं। राम मंदिर आंदोलन के नायकों को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत निमंत्रण पत्र भेजा गया है, लेकिन अब इसे लेकर भी विपक्षी खेमे में सियासी शुरू हो चुकी है।

नई दिल्ली। चलिए, थोड़ा फ्लैश बैक में ले चलते हैं आपको। तारीख थी 9 नवंबर…साल था 2019….जब सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या की विवादित भूमि पर राम मंदिर निर्माण का फैसला सुनाया था, जिसके बाद सभी राम भक्तों में हर्ष, उमंग और उत्साह अपने चरम पर पहुंच गया, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी थे, जिन्हें कोर्ट का यह फैसला रास नहीं आया, तो उन्होंने पुनर्विचार याचिका दाखिल कर शीर्ष न्यायालय के इस फैसले को चुनौती दी, लेकिन कोर्ट ने इन सभी याचिकाओं को सिरे से खारिज कर अपने पूर्व के फैसले पर मुहर लगाई और राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया। इसके बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई, जो कि अब संपन्न हो चुकी है।

ram temple 2

वहीं, आगामी 22 जनवरी को नवनिर्मित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, जिसमें कई गणमान्य शामिल होने जा रहे हैं। राम मंदिर आंदोलन के नायकों को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत निमंत्रण पत्र भेजा गया है, लेकिन अब इसे लेकर भी विपक्षी खेमे में सियासत शुरू हो चुकी है।

जहां राजनेता राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के प्रति अपनी इच्छा जता रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग जाने से इनकार कर रहे हैं। खबर है कि लालू प्रसाद यादव स्वास्थ्य कारणों की वजह से कार्यक्रम में शामिल होने के प्रति अपनी अमसर्थता जता रहे हैं। बहरहाल, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कौन शामिल होता है और कौन नहीं ?

ये तो फिलहाल अब आने वाला वक्त ही तय करेगा, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से लेकर निर्माण प्रक्रिया तक के सफर को एनिमेशन के रूप में बताने की कोशिश की गई है। आइए, आगे आपको वो वीडियो दिखाते हैं। आपको बता दें कि इस वीडियो में 2019 में सुप्रीम कोर्ट की ओर से राम मंदिर के संदर्भ में आए फैसले के बारे में बताया गया है कि कैसे जब शीर्ष न्यायालय ने राम मंदिर का फैसला सुनाया था, तो लोगों का उत्साह अपने चरम पर पहुंच चुका था।