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Prabir Purakayastha: ‘कश्मीर-अरुणाचल पर चीन के लोगों संग रची थी बड़ी साजिश!’, न्यूजक्लिक के गिरफ्तार संपादक प्रवीर पुरकायस्थ पर दिल्ली पुलिस का संगीन आरोप

दिल्ली पुलिस ने न्यूजक्लिक वेबसाइट के संस्थापक और संपादक प्रवीर पुरकायस्थ को बीते दिनों गिरफ्तार किया था। प्रवीर पुरकायस्थ पर दिल्ली पुलिस ने संगीन आरोप लगाए हैं। पुलिस के आरोपों के मुताबिक प्रवीर पुरकायस्थ देशविरोधी गतिविधियों से जुड़े हुए थे। दिल्ली पुलिस ने क्या दावा किया है, उसे पढ़िए।

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने न्यूजक्लिक वेबसाइट के संस्थापक और संपादक प्रवीर पुरकायस्थ को बीते दिनों गिरफ्तार किया था। प्रवीर पुरकायस्थ पर दिल्ली पुलिस ने संगीन आरोप लगाए हैं। पुलिस के आरोपों के मुताबिक प्रवीर पुरकायस्थ देशविरोधी गतिविधियों से जुड़े हुए थे। कोर्ट में पुलिस ने प्रवीर पुरकायस्थ का जो रिमांड नोट दाखिल किया है, उसमें कहा गया है कि पुरकायस्थ और अन्य ने भारत में मतभेद पैदा करने के लिए फंड लिया। रिमांड नोट में दिल्ली पुलिस ने बताया है कि न्यूजक्लिक के संपादक प्रवीर पुरकायस्थ, अमेरिका में रहने वाले नेविले रॉय सिंघम और सिंघम की शंघाई स्थित कंपनी स्टार स्ट्रीम के चीनी मूल के कर्मचारियों ने ई-मेल का आदान-प्रदान किया। इन ई-मेल से खुलासा होता है कि इनका इरादा कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं दिखाना था।

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दिल्ली पुलिस ने अपने रिमांड नोट में कहा है कि ये लोग भारत और दुनिया में ये दिखाने की कोशिश में थे कि कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश विवादित क्षेत्र हैं। न्यूजक्लिक के संस्थापक और संपादक प्रवीर पुरकायस्थ का जो रिमांड नोट पुलिस ने कोर्ट में दिया, उसमें लिखा है कि कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को नक्शों में भारत का हिस्सा न दिखाने और सीमाओं से छेड़छाड़ की कोशिश भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देने वाला है। बता दें कि पुरकायस्थ पर दिल्ली पुलिस ने यूएपीए के तहत केस दर्ज किया है। सरकारी सूत्रों ने भी कहा था कि न्यूजक्लिक के खिलाफ कार्रवाई अभिव्यक्ति की आजादी का हनन नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता की रक्षा का मामला है।

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दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में दाखिल रिमांड नोट में बता है कि पीपुल्स अलायंस फॉर डेमोक्रेसी एंड सेकुलरिज्म यानी पीएडीएस नाम के समूह से मिलकर प्रवीर पुरकायस्थ ने साजिश रची। ये साजिश 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की थी। दिल्ली पुलिस का ये भी आरोप है कि पेड न्यूज के जरिए पीएडीएस समूह ने गलत जानकारी फैलाने की कोशिश की। इस साजिश को अमलीजामा पहनाने के लिए विदेशी फंड के तौर पर करोड़ों रुपए लिए गए। पुलिस के इसी रिमांड नोट के आधार पर कोर्ट ने प्रवीर पुरकायस्थ और न्यूजक्लिक के एचआर हेड को 7 दिन की रिमांड पर दिया है।