नई दिल्ली। एक ओर जहां कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर बिहार में दूसरी बार ड्राई रन चल रहा है वहीं इसे लेकर तरह-तरह के बयानबाजी का दौर भी जारी है। इसी कड़ी में अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बयानबाजी की है। दरअसल तेजप्रताप यादव ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को वैक्सीन लगवाने की मांग की है। लेकिन कोरोना वैक्सीन पर सियासत करना लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज को महंगा पड़ा गया। आपको बता दें कि इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता शशि थरूर और जयराम रमेश ने भी कोरोना वैक्सीन को लेकर बेतुका बयान दे चुके है।
कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर सवाल पूछे जाने पर आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव ने कहा कि ‘पहले मोदी जी टीका लगवा लें फिर हम भी लगवा लेंगे।’
#WATCH जो वैक्सीन आया है उसे पहले मोदी जी लगा ले, उसके बाद हम लगवा लेंगे: RJD नेता तेज प्रताप यादव pic.twitter.com/y9KVmgUx0A
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 8, 2021
लोगों के निशाने पर आए तेजप्रताप यादव
वहीं कोरोना वैक्सीन पर राजनीति करने वाले तेजप्रताप यादव की लोगों की जमकर खिचाई कर डाली। एक यूजर ने तेजप्रताप पर तंज कसते हुए लिखा, बैल बुद्धि वैक्सीन देश की जनता के खातिर है ना कि किसी नेता के लिए मोदी लगवाए या ना लगवाए परन्तु किसी भी राजनेता को वैक्सीन नहीं लगानी चाहिए।
बता दें कि हाल ही में दवा नियामक ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में बनी स्वदेशी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की मंजूरी दे दी है। डीसीजीआई ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (COVISHIELD) को आपात प्रयोग की मंजूरी दी है।
इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि ये वैक्सीन बीजेपी की है और इसे मैं नहीं लगवाऊंगा, क्योंकि मुझे बीजेपी पर भरोसा नहीं है। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने भी वैक्सीन पर सवाल उठाए थे और कहा था, ‘कोवैक्सीन ने अभी तीसरे फेज का ट्रायल भी पूरा नहीं किया है. वक्त से पहले मंजूरी जोखिम भरा हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय को स्थिति साफ करनी चाहिए। ट्रायल से पहले वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगे।’
The Covaxin has not yet had Phase 3 trials. Approval was premature and could be dangerous. @drharshvardhan should please clarify. Its use should be avoided till full trials are over. India can start with the AstraZeneca vaccine in the meantime. https://t.co/H7Gis9UTQb
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 3, 2021
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने भी वैक्सीन की मंजूरी पर सवाल उठाया है। कोवैक्सीन पर सवाल उठाते हुए रमेश ने स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी देने के लिए सरकार ने क्यों अंतरराष्ट्रीय मानकों को नजरअंदाज किया। सरकार की तरफ से इस बात का स्पष्टीकरण देना जरूरी है।
Bharat Biotech is a first-rate enterprise, but it is puzzling that internationally-accepted protocols relating to phase 3 trials are being modified for Covaxin. Health Minister @drharshvardhan should clarify. pic.twitter.com/5HAWZtmW9s
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 3, 2021