लखनऊ। पहले पीस पार्टी और अब समाजवादी पार्टी। दोनों ही अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान के गुण गाते नहीं थक रहे हैं। पीस पार्टी के नेताओं के बाद अब अखिलेश यादव की सपा से सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) ने तालिबान का समर्थन किया है। बर्क का यह बयान आपको हैरत में डाल देगा। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में हालात गंभीर हैं। लोग पलायन कर रहे हैं, लेकिन शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबान के कब्जे को अफगानिस्तान में आजादी की जंग बताया है। सपा सांसद ने कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिकी हुकूमत क्यों है? इससे छुटकारे के लिए ही अफगान नागरिक तालिबान की ताकत का इस्तेमाल कर आजादी हासिल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की आजादी उसका घरेलू मसला है।
When India was under British rule, our country fought for freedom. Now Taliban wants to free their country & run it. Taliban is a force that did not allow even strong countries like Russia & America to settle in their country: Shafiqur Rahman Barq, Samajwadi Party MP from Sambhal pic.twitter.com/yQFsEOH7tp
— ANI UP (@ANINewsUP) August 17, 2021
बर्क से पहले यूपी के एक और राजनीतिक दल पीस पार्टी के प्रवक्ता शादाब चौहान ने भी तालिबान का समर्थन किया था। शादाब ने ट्विटर पर लिखा था कि जब अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौता हो रहा था, तो भारत का प्रतिनिधि वहां मौजूद था। जब भारत ने इस पीस डील का विरोध नहीं किया, तो हम क्यों पड़ोसी देश में बनने जा रही सरकार से दुश्मनी लें।
पीस पार्टी के ही फैज अहमद फैजी का कहना था कि अफगानिस्तान में सत्ता नहीं, व्यवस्था में बदलाव हुआ है। दुनिया के हर नागरिक को हक है कि वह अपनी आजादी के लिए लड़े। दिल्ली दंगों के आरोपी आसिफ इकबाल तन्हा ने रविवार को ट्विटर पर स्पेस चैट में हिस्सा लिया था। इसमें सब तालिबान के कब्जे पर खुशी जता रहे थे। इस स्पेस चैट का ऑडियो भी वायरल हुआ था।