बलिया। उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 75 सीटों में 67 सीटों पर कब्जा जमाया है। वहीं इस चुनाव में समाजवादी पार्टी को महज 5 सीटों में पर संतोष करना पड़ा है। ऐसे में अपनी खीझ निकालते हुए सपा के कार्यकर्ताओं की तरफ से कुछ ऐसी हरकत की गई है जिसकों लेकर सपा की जमकर फजीहत हो रही है। बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो यूपी के बलिया का है। इसमें सपा कार्यकर्ता भाजपा नेताओं और ब्राह्मणों के प्रति भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबित वीडियो को यूपी के बलिया का बताया जा रहा है। जहां से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में जीत मिलने के बाद जश्न के दौरान सपा के कार्यकर्ता अपनी मर्यादा भूल गए। बता दें कि यहां से दोबारा समाजवादी पार्टी को जीत मिली है। इस बार सपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी के बेटे आनंद चौधरी ने भाजपा की सुप्रिया यादव को 9 वोटों से हरा दिया।
आनंद चौधरी की जीत के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार में मंत्री उपेंद्र तिवारी (Upendra Tiwari) के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई। इस नारेबाजी में गालिायं भी सुनाई दे रही है। यही नहीं, सपाइयों ने मंत्री का नाम लेकर उन्हें गालियां देना शुरू कर दिया। बता दे कि इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू की अगुवाई में भाजपा नेताओं ने पुलिस लाइन पहुंचकर एसपी डॉ विपिन ताडा से आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग की।
वहीं भाजपा नेता और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने इस वीडियो में अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर करते हुए लिखा कि, “ब्राह्मणों और भाजपा नेताओं की मां और बहनों के खिलाफ खुलेआम हद दर्जे की घटिया गालियां बकते ये हैं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता, गुस्सा इस बात का कि चुनाव कैसे हार गए, यूपी के समाजवादियों की यही चाल है, यही चेहरा है और यही चरित्र। जनता ऐसे ही थोड़े लाल टोपी वालों को गुंडा कहती है।”
वहीं इस घटना पर सपा के जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव ने कहा है कि इस तरह का कार्य आराजक तत्वों के षड्यंत्र के अधीन है। इसकी मैं निंदा करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री उपेंद्र तिवारी जिस तरह से अपनी बाते बोल रहे थे, उसकी भी मैं निंदा कर रहा हूं। व्यक्ति को किसी जिम्मेदार पद पर रहकर भी अपनी सारी बातें मर्यादा में रखनी चाहिए।