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Hooch Tragedy: ‘गोपालगंज में दिया, फिर सारण में क्यों नहीं देंगे मुआवजा’, बीजेपी ने शराब कांड पर नीतीश को घेरा

सारण में जहरीली शराब से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इससे बीजेपी को नीतीश कुमार पर हमला करने का बड़ा मौका मिला है। बीजेपी लगातार नीतीश को घेर रही है। सम्राट चौधरी ने कहा कि साल 2016 में गोपालगंज में जब जहरीली शराब कांड हुआ था, तब नीतीश ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया था।

पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में एलान किया था कि उनकी सरकार सारण शराब कांड के पीड़ितों के परिजनों को कोई मुआवजा नहीं देगी। नीतीश ने कहा था कि शराबबंदी होने के बाद जहरीली शराब पीएंगे और मरने पर मुआवजा मांगेंगे। ऐसा नहीं हो सकता और सरकार कोई मुआवजा नहीं देगी। उन्होंने शराब कांड को उदाहरण बताया था। अब बीजेपी ने नीतीश को उनके इस बयान पर घेर लिया है। बीजेपी के नेता और बिहार विधान परिषद में नेता विपक्ष सम्राट चौधरी ने सारण शराब कांड पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग की है। सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश ने झूठ बोला। इससे पहले गोपालगंज में जहरीली शराब पीकर लोग मरे थे, तब उनके घरवालों को मुआवजा नीतीश कुमार ने ही दिया था।

samrat chaudhry bjp

सारण में जहरीली शराब से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इससे बीजेपी को नीतीश कुमार पर हमला करने का बड़ा मौका मिला है। बीजेपी लगातार नीतीश को घेर रही है। सम्राट चौधरी ने कहा कि साल 2016 में गोपालगंज में जब जहरीली शराब कांड हुआ था, तब नीतीश ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया था। अब नीतीश कुमार मुआवजा न देने की बात कर रहे हैं। सम्राट ने कहा कि गोपालगंज शराब कांड के हर मृतक के परिवार को नीतीश ने तब सीएम रहते 4-4 लाख का मुआवजा बांटा था। अब मुआवजा न देने की वजह जो गिनाई जा रही है, वो किसी तरह से सही नहीं है। सम्राट चौधरी ने कहा कि मुआवजे के लिए बीजेपी नीतीश सरकार पर दबाव डालती रहेगी।

nitish kumar

सारण जिले में जहरीली शराब पीकर अब तक 70 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। बीजेपी ने इस मुद्दे को उछाला है। विधानसभा से लेकर सड़क तक उसने मुद्दा बना लिया है कि एक तरफ शराबबंदी के बाद ऐसा कांड हुआ, फिर मुआवजा न देकर नीतीश कुमार अन्याय कर रहे हैं। बीजेपी इससे पहले बेरोजगारों को 10 लाख नौकरी देने के नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का वादा पूरा न होने पर भी सरकार को घेर चुकी है। वहीं, नीतीश कुमार और सरकार अपने रुख पर कायम हैं।