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Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए आज नाम वापस लेने का अंतिम दिन, मैदान में अभी डटे हैं खड़गे और थरूर

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में दो उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर मैदान में हैं। आज नाम वापस लेने की आखिरी तारीख है। शाम 5 बजे तक दोनों में से अगर कोई नाम वापस नहीं लेता, तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा और 19 अक्टूबर को काउंटिंग के बाद नए कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का एलान पार्टी के चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री करेंगे।

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में दो उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर मैदान में हैं। आज नाम वापस लेने की आखिरी तारीख है। शाम 5 बजे तक दोनों में से अगर कोई नाम वापस नहीं लेता, तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा और 19 अक्टूबर को काउंटिंग के बाद नए कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का एलान पार्टी के चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष के लिए होने वाले चुनाव में देशभर से पार्टी के 9000 नेता वोट डाल सकेंगे। अभी तक के हालात के बारे में बात करें, तो खड़गे और थरूर में से कोई भी कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं दिख रहा है।

पहले बात शशि थरूर की कर लेते हैं। वो कांग्रेस संगठन को चलाए जाने के तौर-तरीकों पर सवाल खड़ा करने वाले जी-23 नेताओं के गुट में रहे हैं। हालांकि, गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल जैसे नेताओं के कांग्रेस छोड़ने से अब जी-23 गुट तो नहीं बचा, लेकिन इस गुट के जो नेता पार्टी में रह गए हैं, उनमें से किसी ने भी नामांकन में शशि थरूर का समर्थन नहीं किया। इस गुट के कुछ नेताओं ने थरूर के चुनावी प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन में उनके प्रस्तावक के तौर पर हिस्सा लिया था। थरूर ने नामांकन दाखिल करने के बाद अपने ट्विटर हैंडल पर जो पिन्ड ट्वीट लगाया था, वो खबर लिखे जाने तक बरकरार है। इस ट्वीट में थरूर ने लिखा है, ‘तुमको बदलाव नजर आएगा। तुम मेरे साथ चलके तो देखो।’

mallikarjun Kharge

थरूर के बाद अब बात कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सबसे फेवरेट माने जाने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे की करते हैं। खड़गे के बारे में बताया जा रहा है कि कांग्रेस चलाने वाले गांधी परिवार का उनको पीछे से समर्थन है। हालांकि, गांधी परिवार और खड़गे इससे साफ इनकार कर चुके हैं, लेकिन ये सभी को पता है कि खड़गे हमेशा गांधी परिवार के गुड बुक्स में रहे हैं। शुक्रवार को खड़गे ने बयान दिया था कि वो सोनिया गांधी के रबड़ स्टैंप नहीं हैं। हालांकि, ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या खड़गे को गांधी परिवार अपनी राय से अलग स्टैंड लेने देगा? ये सवाल इसलिए भी उठ रहा है, क्योंकि कांग्रेस के एक और दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह बयान दे चुके हैं कि जो भी अध्यक्ष बने, उसे गांधी परिवार के बताए रास्ते पर ही चलना होगा।