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Shashi Tharoor : केरल दौरे पर पहुंचे शशि थरूर तो उठने लगे सवाल, क्या कांग्रेस के साथ केरल में होने वाला है खेला?

Shashi Tharoor : तिरुवनंतपुरम सांसद की राजनीतिक गतिविधियों पर कांग्रेस आलाकमान ने आपत्ति नहीं जताई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केरल में थरूर के समर्थकों को ‘थरूर गुट’ कहा जा रहा है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि यहां कांग्रेस ताकतवर नेताओं के गुट में विभाजित है।

नई दिल्ली। कांग्रेस के गढ़ राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर मची सियासी खींचतान के बीच राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और शशि थरूर की ‘केरल यात्रा’ दोनों चर्चाओं के केंद्र में है। केरल में तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर की सक्रियता बढ़ने के बाद पार्टी के सामने एक संकट खड़ा होता नजर आ रहा है। दक्षिण भारतीय राज्य में ‘थरूर गुट’ को लेकर चर्चाएं तेज हैं। इधर, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की तरफ से भी ने थरूर को प्रदेश कमेटी की बात मानने की सलाह दी जा चुकी है।

आखिर केरल में कहां से उपजा विवाद

आपको बता दें कि हाल ही में कांग्रेस द्वारा अध्यक्ष पद का चुनाव किया गया था जिसमें शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खरगे दोनों उम्मीदवार के तौर पर शामिल थे। थरूर ने हाल ही में उत्तर केरल का चार दिनों का दौरा शुरू किया है। कहा जा रहा है कि अपने क्षेत्र से बाहर थरूर पहली बार अकेले किसी दौरे पर निकले हैं। अब खबरें हैं कि इस दौरे को लेकर प्रदेश नेतृत्व भी एक्टिव मोड में आ गया है। यूथ कांग्रेस के कार्यक्रम से थरूर का सत्र हटाया दिया गया था। राज्य में उनके समर्थक के मुरलीधरन इसे साजिश करार दे रहे हैं। उनका मानना है कि थरूर का एक्टिव होना कांग्रेस में उन लोगों को परेशान कर रहा है, जो सीएम पद की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

क्या सच में शशि थरूर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं?

शशि थरूर का केरल दौरा मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर चल रही असमंजस के बीच बहुत कुछ बयां करता है। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में थरूर को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थीं। वह खुद भी पद के लिए समर्थन जुटा रहे थे, लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे के हाथों चुनाव हार गए। मुरलीधरन का कहना है किइससे उन्हें परेशानी हो सकती है, जो पद की इच्छा रखते हैं। मुझे कोई परेशानी नहीं है, क्योंकि मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है। वरिष्ठ नेता ने यूथ कांग्रेस को लेकर कहा कि किसी दबाव के चलते उनका कार्यक्रम हटा दिया गया। मुरलीधरन ने कहा, ‘मुझे पता है यह क्या है, लेकिन मैं सार्वजनिक तौर पर इसके बारे में बात नहीं करूंगा, क्योंकि यह पार्टी का आपसी मामला है।’

Rahul Gandhi

आपको बता दें कि इस वक्त तिरुवनंतपुरम सांसद की राजनीतिक गतिविधियों पर कांग्रेस आलाकमान ने आपत्ति नहीं जताई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केरल में थरूर के समर्थकों को ‘थरूर गुट’ कहा जा रहा है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि यहां कांग्रेस ताकतवर नेताओं के गुट में विभाजित है।

Shashi Tharoor picकेरल को लेकर क्या है थरूर के विचार

कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शशि थरूर ने कहा, ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि यह (उनका दौरा) विभाजनकारी रणनीति या गुटबाजी तरह का है। हमारा कोई गुट बनाने का इरादा नहीं है और न ही हमारी इसमें कोई दिलचस्पी है। कांग्रेस पहले से ही ‘ए’ और ‘आई’ समूहों से भरी हुई है और अब ‘ओ’ और ‘वी’ जैसे अक्षर जोड़ने की जरूरत नहीं है।’ केरल में करुणाकरण और एके एंटनी, दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के समय से कांग्रेस पार्टी में ‘ए’ और ‘आई’ समूह सक्रिय हैं।’ गौरतलब है कि इस वक्त कांग्रेस राजस्थान में सियासी संकट झेल रही है ऐसे में वह केरल में एक और सियासी संकट नहीं मिलना चाहेगी।