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Shishir Shinde: मुंबई में क्रिकेट पिच खोदकर चर्चा में आए शिशिर शिंदे ने छोड़ा उद्धव ठाकरे का साथ, उपेक्षा का लगाया आरोप

शिशिर शिंदे के पिच खोदने की बात भी आपको बताते हैं। साल 1991 में पाकिस्तान की टीम को भारत के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम मैच खेलना था। उस वक्त पाकिस्तान लगातार कश्मीर में आतंकवाद फैला रहा था। इसके खिलाफ शिवसेना ने आवाज उठाई। बालासाहेब ठाकरे ने एलान किया था कि पाकिस्तान को मुंबई में खेलने नहीं देंगे।

मुंबई। 22 साल पहले मुंबई में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान से क्रिकेट मैच के विरोध में वानखेड़े स्टेडियम की पिच खोद डाली थी। पिच खोदने के इस काम में शिशिर शिंदे भी शामिल थे। स्टेडियम की पिच खोदकर शिशिर शिंदे बालासाहेब ठाकरे की नजरों में चढ़े थे। फिर वो उद्धव ठाकरे के भी करीबी हो गए। अब शिशिर शिंदे ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया है। उन्होंने शिवसेना-यूबीटी से इस्तीफा दे दिया। शिशिर का आरोप है कि एक साल पहले उनको पार्टी का उपनेता बनाया गया, लेकिन अब तक नेतृत्व ने उनको कोई जिम्मेदारी नहीं दी। माना जा रहा है कि शिशिर शिंदे अब एकनाथ शिंदे की शिवसेना में जा सकते हैं।

Uddhav Thakre

शिशिर शिंदे ने अपनी उपेक्षा का आरोप भी उद्धव ठाकरे पर लगाया है। अपने इस्तीफे में शिशिर ने लिखा कि 6 महीने से उद्धव ठाकरे उनसे नहीं मिल रहे हैं। तमाम कोशिश के बाद भी उद्धव नहीं मिले। साथ ही मन का काम करने को भी पार्टी में नहीं मिल रहा। शिशिर शिंदे ने उद्धव को भेजे इस्तीफे में लिखा है कि मुझे आलंकारिक पद दिया गया और मेरे 4 साल बर्बाद हो गए। खास बात ये है कि उद्धव से बगावत कर एकनाथ शिंदे के साथ जाने वाले शिवसेना के तमाम नेताओं ने भी आरोप लगाया था कि उद्धव ठाकरे से उनकी मुलाकात हो नहीं पाती थी।

shiv sena flag

शिशिर शिंदे के पिच खोदने की बात भी आपको बताते हैं। साल 1991 में पाकिस्तान की टीम को भारत के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम मैच खेलना था। उस वक्त पाकिस्तान लगातार कश्मीर में आतंकवाद फैला रहा था। इसके खिलाफ शिवसेना ने आवाज उठाई। बालासाहेब ठाकरे ने एलान किया था कि पाकिस्तान को मुंबई में खेलने नहीं देंगे। इसके बाद मैच से पहले शिवसैनिकों का झुंड वानखेड़े स्टेडियम में घुसा। वहां पिच को खोद दिया गया। साल 2005 में शिशिर शिंदे राज ठाकरे के साथ चले गए थे। बाद में 2018 में वो फिर उद्धव के साथ आए। एकनाथ शिंदे गुट के अलग होने के बाद शिशिर को उद्धव ने अपने गुट का उपनेता बनाया था।