अयोध्या। यूपी के अयोध्या में कल बड़ी गहमागहमी रहने वाली है। वजह है शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे। आदित्य ठाकरे बुधवार को अयोध्या के दौरे पर आ रहे हैं। वो यहां रामलला के दर्शन करेंगे। रामलला के मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद मंदिर निर्माण के वक्त ठाकरे खानदान में से कोई बड़ा नेता अयोध्या आ रहा है। हालांकि, आदित्य पहले भी अपने पिता और मां के साथ अयोध्या आ चुके हैं। इस बार खास बात ये भी है कि आदित्य ठाकरे अकेले अयोध्या नहीं आ रहे। उनके साथ 1200 शिवसैनिक भी अयोध्या पहुंचने वाले हैं। इसकी वजह से धार्मिक नगरी में सभी होटल और लॉज बुक हो चुके हैं।
इस दौरे की खास बात ये है कि शिवसेना ने जबसे महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है, उस पर हिंदूत्व से हटने का आरोप लगता रहा है। हालांकि, शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे और उनके करीबी संजय राउत लगातार कहते रहे हैं कि वे हिंदुत्व की राह से हटे नहीं हैं। इसके अलावा गठबंधन सरकार के घटक दलों से शिवसेना की तनातनी की खबरें भी आए दिन आती हैं। ऐसे में आदित्य ठाकरे का अयोध्या दौरा काफी मायने रखता है और इसे लेकर सियासी चर्चाएं भी तेजी से चल रही हैं।
आदित्य ठाकरे के अयोध्या दौरे पर यूपी बीजेपी के प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने ‘न्यूजरूम पोस्ट’ से कहा कि बालासाहेब ठाकरे की नीतियों के खिलाफ शिवसेना है। जिस कांग्रेस के खिलाफ बालासाहेब ने लड़ाई लड़ी, उससे मिलकर सरकार चला रही है। सभी को पता है कि कांग्रेस हमेशा भगवान राम के खिलाफ रही है। कोर्ट में भगवान राम और रामसेतु को कांग्रेस की सरकार ने काल्पनिक तक बताया था। हकीकत ये है कि शिवसेना तो राम विरोधी कांग्रेस के साथ ही खड़ी है। अगर आदित्य ठाकरे आ रहे हैं, तो ये महज दिखावा ही है। फिर भी उनका स्वागत है। आलोक अवस्थी ने कहा कि सभी अयोध्या आएं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी आकर भगवान राम के दर्शन करने चाहिए।