इटावा। समाजवादी पार्टी SP अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच तकरार अब और बढ़ गई है। दोनों के बीच रिश्ते फिर तल्ख हो गए हैं। शिवपाल ने बीते दिनों अखिलेश के लिए विनाशकाले विपरीत बुद्धि की कहावत कही थी। अब उन्होंने कहा है कि अगर अखिलेश मुझे बीजेपी में भेजना चाहते हैं, तो सपा से निकाल दें। बुधवार देर शाम सपा के एक कार्यकर्ता के घर पहुंचे शिवपाल ने अखिलेश के बयान को गैर जिम्मेदाराना और नादानी वाला बताया। उन्होंने ये भी कहा कि मैं सपा के जीते हुए 111 विधायकों में से एक हूं। शिवपाल के इस बयान से साफ है कि अखिलेश और उनके बीच टकराव चरम पर है। शिवपाल के बारे में पिछले कुछ समय से खबरें उड़ती रही हैं कि वो बीजेपी में जा सकते हैं।
शिवपाल ने भतीजे अखिलेश पर निशाना साधने के बाद अपने भाई और सपा के संरक्षक मुलायम सिंह पर भी निशाना साध दिया। उन्होंने इसके लिए सपा के विधायक आजम खान का एक बार फिर नाम लिया। उन्होंने कहा कि आजम के साथ जुल्म हो रहा है। वो सपा के सबसे सीनियर विधायक हैं। सांसद और राज्यसभा सदस्य भी रहे हैं। उनके लिए लोकसभा और विधानसभा में आवाज उठाने की जरूरत थी। शिवपाल ने कहा कि पूरा देश जानता है कि पीएम नरेंद्र मोदी, नेताजी (मुलायम) का सम्मान करते हैं। अगर सपा के लोग लोकसभा में धरने पर बैठ जाते और नेताजी को भी बिठा लेते, तो मोदी इस बारे में विचार जरूर करते।
शिवपाल यादव की भतीजे अखिलेश से तकरार यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही शुरू हो गई थी। अखिलेश ने मंगलवार को मीडिया के सवालों पर कहा था कि अगर बीजेपी हमारे चाचा को लेना चाहती है, तो देर क्यों कर रही है। चाचा से मेरी कोई नाराजगी नहीं है। बीजेपी बता सकती है कि वो खुश क्यों है। इसी पर अब शिवपाल ने उनपर पलटवार किया है।