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Punjab: सिद्धू ने अपना इस्तीफा लिया वापस, लेकिन कांग्रेस के सामने रख दी ये बड़ी शर्त

Sidhu took his resignation back : उन्होंने इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि अब मैं अपना इस्तीफा वापस ले चुका हूं। बिना नैतिकता से सच की आवाज को बुलंद नहीं किया जा सकता है। अंतररात्मा का सवाल था।

नई दिल्ली। कांग्रेस शासित राज्य पंजाब में यह क्या हो रहा है? क्यों हो रहा है? कैसे हो रहा है और कब तक ऐसा होता रहेगा और इससे भी ज्यादा अहम सवाल कि इसका आने वाले चुनाव पर क्या असर पड़ेगा? यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन अभी जो खबर कांग्रेस शासित सूबे से निकलकर सामने आई है, उसने सियासी गलियारों में लोग एक मर्तबा फिर से हक्का बक्का हो गए हैं।दरअसल, खबर सिद्धू को लेकर है। खबर है कि सिद्धू ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। हालांकि, किसके कहने पर यह इस्तीफा वापस लिया है। इसे लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन यह खबर पक्की है कि उन्होंने अपना इस्तीफा अब वापस ले लिया है। वह बहुत जल्द ही अब बतौर कांग्रेस अध्यक्ष अपना पद ग्रहण कर लेंगे।

resignation of sidhu

इस संदर्भ में उन्होंने प्रेसवार्ता कर विस्तृत जानकारी प्रेषित करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के इस सिपाही ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। जिस दिन नए एडवोकेट जनरल बनेंगे और नया पैनल आ जाएगा, मैं उसी दिन दफ्तर जाकर अपना कार्यभार संभालूंगा। यहां देखिए ट्वीट और आगे हम आपको बताते हैं कि उन्होंने इस विषय पर क्या कुछ कहा।

उन्होंने इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि अब मैं अपना इस्तीफा वापस ले चुका हूं। बिना नैतिकता से सच की आवाज को बुलंद नहीं किया जा सकता है। अंतररात्मा का सवाल था। कांग्रेस पार्टी की इज्जत का सवाल था, इसलिए इस्तीफा दिया था। अब इस बीच उनके इस्तीफे का कांग्रेस की इज्जत से क्या सरोकार है। इसे लेकर चर्चा चरम पर है कि आखिर सिद्धू कहना क्या चाहते थें। आखिर उन्होंने इशारों में इशारों में क्या कहने का प्रयास किया है। खैर, यह तो फिलहाल आने वाला वक्त बता सकेगा, लेकिन इस बीच वे हमेशा की तरह अपने धूर विरोधी कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधने से नहीं चूके। आइए, आगे जानते हैं कि उन्होंने कैप्टन पर अपना सियासी तरकश छोड़ते हुए क्या कुछ कहा?

उन्होंने कैप्टन का जिक्र कर कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अपना काम सही से नहीं कर पा रहे थें। जिन मुद्दों पर कांग्रेस ने प्रदेश में सरकार बनाई थी, उन मुद्दों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह काम करने में विफल रहे। लिहाजा उन्हें पार्टी ने अपदस्थ करना उचित समझा। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से ड्रग्स को लेकर पंजाब में स्थिति विकराल होती जा रही है, उसका खुलासा मैंने ही किया था। मैं अपनी आखिरी सांस तक प्रदेश व देश के हित के लिए लड़ता रहूंगा। बता दें कि विगत दिनों किसी नाटकीय पटकथा के अनरूप सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।

sidhu

जिस पर काफी हो हल्ला भी हुआ था। कैप्टन ने सिद्धू के इस रवैये पर कहा था कि मैं उस लड़के को शुरू से जानता हूं। वो भरोसे के लायक नहीं है। बता दें कि सिद्धू और कैप्टन के बीच कई मौकों पर खटास दिखी है। खैर, अब कैप्टन पंजाब लोक दल नामक अपना दूसरा दल बना चुके हैं। उनकी पार्ट आने वाले चुनाव में बीजेपी के साथ  गठबंधन कर चुनाव भी लड़ेगी। ऐसे में आने चुनाव में पंजाब का सियासी दंगल कैसा रहता है। यह तो फिलहाल आने वाला वत्त ही बताएगा।