नई दिल्ली। यूपी की हॉट सीट कही जाने वाली अमेठी से इस बार चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। यहां बीजेपी की मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा से 1 लाख 67 हजार 196 वोटों के बड़े अंतर से चुनाव हार गईं। हार के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हार और जीत में जो लोग मेरे साथ खड़े रहे, मैं सदैव उनकी आभारी हूं। आज जश्न मनाने वालों को बधाई, और ये सवाल पूछने वालों से, जोश कैसा है? मैं कहती हूं, अभी भी हाई है सर।
Such is life… A decade of my life going from one village to another, building lives, nurturing hope & aspirations, working on infrastructure ― roads, naali, khadanja, bypass, medical college and more.
To those who stood by me through loss and victory, I am forever grateful. To…
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) June 4, 2024
स्मृति ने कहा कि मैं बीजेपी के सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अत्यंत समर्पण और निष्ठा के साथ क्षेत्र और पार्टी की सेवा में काम किया है। हर गांव में नाली, खड़ंजा से लेकर बाई पास, मेडिकल कॉलेज और यहां तक कि 30 साल के अधूरे काम को पूरा करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ। आज मैं पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करती हूं कि उनके नेतृत्व में 30 साल के अधूरे काम सिर्फ 5 साल में पूरे कर दिए गए।
#WATCH | Union Minister and BJP’s candidate from Uttar Pradesh’s Amethi Lok Sabha seat, Smriti Irani says, “…I express my gratitude to all the BJP party workers and supporters, those who have worked in the service of the constituency and the party with utmost dedication and… pic.twitter.com/0ypSBBzAh4
— ANI (@ANI) June 4, 2024
स्मृति बोलीं, जो जीते हैं, मैं उन्हें बधाई देती हूं। आशा करती हूं जिस प्रकार हमने गांव-गांव जाकर अमेठी के लोगों की सेवा की आगे भी उनकी सेवा ऐसे ही होती रहेगी। स्मृति बोलीं हार के कारणों का विश्लेषण कर हम संगठन को और सशक्त करने का प्रयास करेंगे। आपको बता दें कि स्मृति ईरानी अमेठी में लगातार सक्रिय रहीं। उन्होंने अमेठी में घर तक ले लिया ताकि जनता के बीच रह सकें। इसके बावजूद इतने बड़े अंतर से उनका चुनाव हार जान खुद उनके और बीजेपी के लिए चिंतन का विषय है कि आखिर क्या वजह रही जो राहुल गांधी को चुनौती देकर हराने वाली स्मृति ईरानी खुद चुनाव हार गईं।