
नई दिल्ली। पैकेज्ड खाने की चीजों पर जीएसटी लगाए जाने पर विपक्ष आजकल मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों का आरोप है कि इस कदम से आम लोगों की जेब पर डाका डाला गया है। विपक्ष के लगातार आरोप पर मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 14 ट्वीट करके सिलसिलेवार बताया था कि जीएसटी आखिर क्यों लगाने का फैसला किया गया और जीएसटी लगाने के फैसले में विपक्ष शासित राज्यों के वित्त मंत्रियों की भी सहमति थी। सीतारमण के ट्वीट के जवाब में कांग्रेस की प्रवक्ता और सियासत में आने से पहले एक बिजनेस न्यूज चैनल में एंकर रहीं सुप्रिया श्रीनेत ने उन्हें घेरने की कोशिश की, लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स ने पलटकर उन्हें ही सवालों के घेरे में ला दिया और बोलती बंद कर दी।
सुप्रिया श्रीनेत ने अपने 10 ट्वीट में वित्त मंत्री सीतारमण से कई सवाल पूछे। उन्होंने ये भी लिखा कि जीएसटी काउंसिल किसी चीज पर टैक्स लगाने का सुझाव सरकार को देती है। इसे मानना या न मानना सरकार पर होता है। साथ ही सुप्रिया ने ये भी आरोप लगाया कि जब कन्ज्यूमर प्राइस इंडेक्स की महंगाई दर 7 फीसदी और व्होलसेल महंगाई की दर 15 फीसदी से ज्यादा है, रुपए में लगातार गिरावट जारी है, तो पैकेज्ड खाद्य पदार्थों पर आखिर जीएसटी क्यों लगाया गया? इसके अलावा सुप्रिया ने अपने ट्वीट्स में और क्या-क्या लिखा, उसे आप नीचे ट्वीट के थ्रेड में पढ़ सकते हैं।
FM @nsitharaman ji, GST on essential items and food is draconian. Period. Your 14 tweet-thread can’t mask this truth. GST Council is recommendatory, why did you agree to the tax?Please stop blaming the states.
Who brought the price rise proposal in the council?You did
1/10— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) July 19, 2022
सुप्रिया के इन ट्वीट्स पर सोशल मीडिया के यूजर्स भड़क उठे। उन्होंने कांग्रेस की यूपीए सरकार के आंकड़े देते हुए श्रीनेत को घेर लिया। यूजर्स ने यूपीए सरकार के दौरान अनाज और जरूरी चीजों पर वैट वसूले जाने की खबरों को भी शेयर किया। सोशल मीडिया पर सुप्रिया श्रीनेत को किस तरह यूजर्स ने फटकार लगाई, वो आप नीचे देख सकते हैं।
First you explain this ???
Why taxes were so high during UPA Time ??? pic.twitter.com/sqsXqiscld— Rishi Bagree (@rishibagree) July 19, 2022
— IndiaFirst (@bigbbhushan) July 19, 2022
सुप्रिया जी, मिनिस्टर तो राजस्थान के भी थे इस रेट तय करने वाली समिति में। अच्छा होता उन्होंने वही विरोध कर दिया होता तो आज आपको यह बड़ा सा थ्रेड लिखना नहीं पड़ता।
— Ankit Pandey (@AnkitPandeyIN) July 19, 2022
Whose govt was in power when 5% VAT was imposed on essentials?
Also, Octroi/ LBT was applicable on top of Basic rate + VAT. pic.twitter.com/SIvynSTw4r
— Munshi (@PinakinMunshi) July 19, 2022
Gali wali aunty Zara ye batao kabhi Rajmata ne janta ke sawal ka jawab diya tha kya jab congress ke samay me mehangai badhi thi to ?
— Sanjay42 (@Sanjay4215) July 19, 2022