नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जल्द ही विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सभी सत्ताधारी पार्टी भाजपा (BJP) समेत सभी दल राज्य की जनता को लुभाने के लिए ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे है। वहीं कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन केस देशभर में लगातार बढ़ते जा रहे है। जो कि एक चिंता विषय बना हुआ है। एक तरफ जहां ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते सभी दलों के नेता कोरोना नियमों का पालन करने के लिए कह रहे है। लेकिन खुद नेता चुनाव जीतने के लिए जनता की जान जोखिम में डाल रहे है। चुनावी सभा में लोगों की भीड़ इकट्ठा करवा रहे है। वहीं उत्तर प्रदेश के बरेली से कुछ ऐसा ही वीडियो सामने आया है जहां कांग्रेस पार्टी अपना नारा ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ को बढ़ावा देने के चक्कर में लड़कियों की जान खतरे में डालते दिखाई दी।
दरअसल, यूपी के बरेली में कांग्रेस ने मैराथन दौड़ का आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में छात्राएं हिस्सा लेने के पहुंची थी। लेकिन इस दौरान भगदड़ मच गई। और इतना ही नहीं कई लड़कियां दबकर घायल भी हो गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि मैराथन के दौरान लड़कियों की चीख पुकार सुनाई दे रही है और कई बच्चियों के जूते चप्पल सड़क पर बिखरे हुए है। बताया जा रहा है कि इस भगदड़ में कई छात्राओं को चोट भी लगी है।
यूपी: बरेली में कांग्रेस की मैराथन दौड़ के दौरान मची भगदड़..कई लड़कियां दबकर हुईं घायल.. pic.twitter.com/HGFodrOmbA
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) January 4, 2022
उधर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन ने इस हादसे को लेकर बेतुका बयान दे डाला है। साथ ही कांग्रेस नेता ने इसे साजिश तक करार दे दिया। सुप्रिया ऐरन ने कहा, ” तीर्थ यात्रा के लिए वैष्णो देवी में गए थे। वहां क्या था उसको आप क्या कहेंगे। ये तो छोटी बच्ची थी थोड़ी भगदड़ मच गई। ये इंसानी फितरत होती है, ये साजिश भी हो सकती है, कांग्रेस के बढ़ते जनाधार की वजह से इस तरह की साजिश हो सकती है।”
ऐसे में सवाल उठाता है कि एक तरफ जहां कोरोना की तीसरी लहर की देखने को मिल रही है। कोरोना के केस में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वहीं कांग्रेस पार्टी कोरोना के नियमों की धज्जियां उड़ाकर मैराथन करवा रही है। क्या चुनावी फायदे के लिए कांग्रेस को ये मैराथन करवानी जरूरी थी ।