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Uttar Pradesh: CM योगी का सख्त आदेश, पहली बार बिना मास्क पकड़े गए तो हजार और दूसरी बार 10 हजार का लगेगा जुर्माना

Uttar Pradesh: सीएम योगी ने ओपीडी मरीजों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग को टेलिकन्सल्टेशन प्रणाली उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। यही नहीं कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन को जरूरत बताते हुए मुख्यमंत्री ने सभी के लिए मास्क की अनिवार्यता पर जोर दिया। साथ ही गृह विभाग को निर्देश दिए कि बगैर मास्क सार्वजनिक स्थलों पर घूमने वालों से सख्ती से निपटा जाए।

लखनऊ। कोविड संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच अब रविवार को प्रदेश में साप्ताहिक बंदी रहेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि हर रविवार आवश्यक व आपातकालीन सेवाओं को छोड़ अन्य सभी सामान्य गतिविधियां बंद रखी जाएं। बाजार आदि बंद रहेंगे। यही नहीं, अत्यधिक भीड़-भाड़ से संक्रमण प्रसार के खतरे को देखते हुए अगले आदेश तक सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं भी स्थगित रहेंगी।  हालांकि आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। सीएम योगी ने ओपीडी मरीजों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग को टेलिकन्सल्टेशन प्रणाली उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। यही नहीं कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन को जरूरत बताते हुए मुख्यमंत्री ने सभी के लिए मास्क की अनिवार्यता पर जोर दिया। साथ ही गृह विभाग को निर्देश दिए कि बगैर मास्क सार्वजनिक स्थलों पर घूमने वालों से सख्ती से निपटा जाए। पहली बार मास्क के बिना पकड़े जाने पर 1000 रुपए का जुर्माना लगाया जाए। अगर दूसरी बार बिना मास्क के मिले तो दस गुना अधिक जुर्माना लगाया जाना चाहिए। इसके अलावा, 15 मई तक मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का आयोजन भी नहीं होगा।

Yogi Adityanath

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम-11 के सदस्यों के साथ शुक्रवार को सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से उनके संबंधित जिलों की स्थिति का जायजा लिया। वर्चुअल माध्यम से हुई इस समीक्षा बैठक में सीएम ने कोविड से अति प्रभावित लखनऊ, कानपुर, वाराणसी आदि जिलों के सम्बंधित मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों से ताजा स्थिति और उनकी रणनीति की जानकारी ली। सीएम ने कहा कि अधिक संक्रमण दर वाले सभी 10 जिलों में व्यवस्था और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। स्थानीय जरूरतों के अनुसार नए कोविड हॉस्पिटल बनाए जाएं। बेड्स बढ़ाये जाएं। निजी हॉस्पिटल को कोविड हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित किया जाए। प्रयागराज में अविलंब यूनाइटेड मेडिकल कॉलेज को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित किया जाए। 108 की आधी एम्बुलेंस केवल कोविड मरीजों के उपयोगार्थ रखीं जाएं। इस कार्य में कतई देरी न हो।

24 घंटे में उपलब्ध होंगे लखनऊ में 4000 अतिरिक्त बेड:

लखनऊ की स्थिति की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल को अगले 24 घंटे की अवधि में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित कर संचालित किया जाना है। स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री इस महत्वपूर्ण कार्य की मॉनीटरिंग करेंगे। इन दो नए डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के संचालन से लखनऊ में लगभग 4000 बेड का विस्तार होगा। दोनों मंत्रीगण यह सुनिश्चित करेंगे कि इन अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज से जुड़े सभी आवश्यक चिकित्सा प्रबंध उपलब्ध हो जाएं। यही नहीं, लखनऊ में डिफेंस एक्सपो आयोजन स्थल पर डीआरडीओ के सहयोग से अति शीघ्र सभी सुविधाओं से लैस 1000 बेड का नया कोविड हॉस्पिटल बनाया जाएगा। इसके क्रियाशील होने के साथ ही लखनऊ में कोविड मरीजों के लिए 5000 अतिरिक्त बेड उपलब्ध हो जाएंगे।

CM Yogi Adityanath

होम आइसोलेशन के मरीजों को न हो कोई दिक्कत, मिलता रहे मेडिकल किट:

होम आइसोलेशन के मरीजों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखने के निर्देश देते हुए सीएम ने ऐसे मरीजों को कम से कम एक सप्ताह की दवाएं उपलब्ध कराने और मरीजों से हर दिन संवाद बनाने के भी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि एम्बुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम कम से कम हो। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सकीय जरूरतों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। किसी प्रकार की जरूरत होने पर तत्काल शासन को अवगत कराएं। मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। सभी जनपदों में क्वारन्टीन सेंटर संचालित किए जाएं। क्वारन्टीन सेंटरों में आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ-साथ भोजन और शयन की समुचित व्यवस्था हो। संक्रमण प्रसार को न्यूनतम रखने की दृष्टि से यह अत्यन्त जरूरी है कि कंटेनमेंट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दर में बढ़ोतरी हो रही है। थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। अतः पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भरपूर उपयोग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। निगरानी समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार संबंधी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क पूरी तरह सक्रिय रहें।सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य करें। आवश्यकतानुसार इंफोर्समेंट की कार्रवाई भी की जाए।

जिलों में बढ़ाएं डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल:

जिलेवार स्थिति की समीक्षा करते हुए सीएम ने निर्देश दिए कि डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की संख्या बढ़ाई जाए। एल-2 व एल-3 स्तर के अस्पतालों की संख्या में लागातर बढ़ोतरी की जाए। कहीं भी बेड की कमी कतई न हो। अस्पतालों में प्रशिक्षित मानव संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही, टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट के मंत्र को दुहराते हुए कहा कि प्रदेश में हर दिन सवा 02 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो रहे हैं। इसे और विस्तार दिए जाने की आवश्यकता है। कोविड से लड़ाई में टेस्टिंग अत्यंत महत्वपूर्ण हथियार है। अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों व लोगों के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन तथा बस स्टेशनों पर रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।

CM Yogi Adityanath

कोविड से जुड़े कामों में खर्च होगी विधायक निधि:

कोविड प्रबंधन के अनुभवों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोविड की रोकथाम से संबधी कार्यों में विगत वर्ष विधायक निधि उपयोगी सिद्ध हुई थी। इस वर्ष भी कोविड केयर फंड की नियमावली के अनुरूप विधायकगणों की अनुशंसा पर उनकी निधि का कोविड प्रबंधन में उपयोग किया जा सकता है। प्रदेश में सभी के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। वहीं कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन की महत्ता पर जोर देते हुए उन्होंने इसे जीवन शैली में शामिल करने की जरूरत बताई।

पंचायत चुनाव में उपद्रव करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करें: सीएम

समीक्षा बैठक के दौरान गुरुवार को सम्पन्न पंचायत चुनावों के शांतिपूर्ण आयोजन पर सीएम ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों का पहला चरण  अत्यंत शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। जिन क्षेत्रों में माहौल बिगाड़ने की कतिपय कोशिश हुई है, इसमें संलिप्त लोगों के विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। यह कार्रवाई अन्य चरण के चुनावों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करेगी।