नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने जम्मू और कश्मीर में बडगाम-बारामूला सेक्शन के बीच पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण किया है। इस बात की जानकारी खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया है जिसमें ट्रेन का ट्रायल होते हुए देखा गया हैं। ट्विटर पर वीडियो को शेयर करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैप्शन में लिखा- जम्मू-कश्मीर में बडगाम-बारामूला सेक्शन के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण।
सफल रहा पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन का परीक्षण
बता दें कि जम्मू और कश्मीर के यातायात विकास और भारतीय रेलवे नेटवर्क के साथ कश्मीर घाटी में शामिल करने के लिए ये रेलवे योजना बनाई। जिसमें 326 किमी को कवर करने की कोशिश की गई है। कहा जा रहा है कि भारतीय उपमहाद्वीप पर शुरू की गई सबसे कठिन नई रेलवे लाइन परियोजना है जो बहुत ठंडे मौसम में हिमालय के भूभाग से होकर गुजरती है। आसपास बड़े और ठंडे पहाड़ हैं। हालांकि ये योजना स्थानीय आबादी और पूरे देश के लिए बहुत किसी बड़े तोहफे से कम नहीं है।
Successful trial of electric train between Budgam- Baramulla section in J&K.#MissionElectrification pic.twitter.com/0Vgzdm96ZX
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) March 28, 2022
2005 से जम्मू कश्मीर को मिली थी नए प्रोजेक्ट की सौगात
बता दें कि सबसे पहले जम्मू और कश्मीर में साल 2005 में जम्मू-उधमपुर रेलवे लिंक के पूरा होने के बाद नए युग का आरंभ हुआ था। समय के साथ घाटी में रेलवे लाइन का चरणबद्ध तरीके से विस्तार किया गया। जिसके बाद अक्टूबर 2008 में अनंतनाग-मजाहोम के बीच, फरवरी 2009 में मजहोम-बारामूला खंड और अक्टूबर 2009 में काजीगुंड-अनंतनाग के बीच शेष 18 किमी लंबे रेलवे ट्रैक को पूरा किया गया। इससे स्थानीय आबादी और पूरे देश के लोगों जम्मू कश्मीर से कनेक्ट हो सके।