newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Supertech Twin Tower: नोएडा में सुपरटेक के ट्विन टावर को गिराने का आज ट्रायल, रविवार को विस्फोट से 6 सेकेंड में होंगे जमींदोज

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गौतमबुद्धनगर (नोएडा) के सेक्टर 93 स्थित सुपरटेक के ट्विन टावर को रविवार 28 अगस्त को गिराया जाएगा। इससे पहले इसका एक ट्रायल आज होना है। ट्रायल के दौरान ये देखा जाएगा कि बिल्डिंग को विस्फोटकों से गिराए जाने से कितने दायरे में असर पड़ सकता है और किसी तरह के माली नुकसान की आशंका तो नहीं है।

नोएडा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गौतमबुद्धनगर (नोएडा) के सेक्टर 93 स्थित सुपरटेक के ट्विन टावर को रविवार 28 अगस्त को गिराया जाएगा। इससे पहले इसका एक ट्रायल आज होना है। ट्रायल के दौरान ये देखा जाएगा कि बिल्डिंग को विस्फोटकों से गिराए जाने से कितने दायरे में असर पड़ सकता है और किसी तरह के माली नुकसान की आशंका तो नहीं है। ये ट्रायल सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट CBRI के इंजीनियर्स की देखरेख में किया जाएगा। रविवार को ट्विन टावर गिराने के दौरान भी सीबीआरआई के इंजीनियर मौजूद रहेंगे। दोनों बिल्डिंग विस्फोट के बाद महज 6 सेकेंड में जमींदोज हो जाएंगी। इस बीच, नोएडा पुलिस के मुताबिक उसने 28 अगस्त को इलाके के चारों तरफ नो ड्रोन जोन घोषित किया है। इस दायरे से बाहर कुछ दूर तक ड्रोन उड़ाने के लिए भी पहले पुलिस और प्रशासन से मंजूरी लेनी होगी।

supertech twin tower 2

सुपरटेक के ये ट्विन टावर कुतुब मीनार से भी करीब 100 मीटर ऊंचे हैं। इनको रविवार दोपहर ढाई बजे विस्फोटकों की मदद से जमींदोज किया जाएगा। अफसरों के मुताबिक इन बिल्डिंग के करीब ही एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज नाम की दो सोसाइटी हैं। इनमें रहने वाले सभी लोगों को उस दौरान हटाया जाएगा। एक इलाके को चिह्नित किया गया है। जहां विध्वंस के दौरान व्यक्ति, वाहन या मवेशी भी नहीं रहने दिया जाएगा। ट्विन टावर के सामने की सड़क और पार्क से लगा करीब 450 वर्ग मीटर का इलाका इस खास क्षेत्र में रखा गया है। टावर के दूसरी तरफ 250 मीटर तक कोई नहीं जा सकेगा।

अफसरों के मुताबिक सुरक्षा के कड़े उपाय किए जा रहे हैं। इन दोनों टावर में 3700 किलोग्राम विस्फोटक लगाया जा रहा है। अफसरों के मुताबिक ट्रायल के दौरान ही बिल्डिंग पर नजर रखने के लिए सीबीआरआई की तरफ से थर्मल सेंसर, आरजीवी कैमरे और ड्रोन की तैनाती की जा रही है। हर वक्त कैमरे से बिल्डिंग पर नजर रखी जाएगी। एडिफिस इंजीनियरिंग कंपनी ने भी ट्विन टावर गिराने के लिए कम्प्यूटर पर ट्रायल कर लिया है। यहां पुलिस की तैनाती भी की गई है, ताकि कोई शातिर तत्व बिल्डिंग से विस्फोटक निकालकर ले न जा सके। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक के इन ट्विन टावर को अवैध बताते हुए गिराने का आदेश दिया था।