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Gujarat: सुप्रीम कोर्ट के जज ने की पीएम मोदी की जमकर तारीफ, बताया- ‘सबसे लोकप्रिय नेता’

PM Modi: न्यायमूर्ति शाह ने कहा, ‘भारतीय संविधान के तहत स्थापित भारतीय गणतंत्र की खूबियों में से एक है विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच शक्ति का बंटवारा।’

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र की मोदी की तारीफ वैसे तो दुनियाभर के नेता करते हैं, लेकिन उनकी कार्यशैली को लेकर देश में संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों द्वारा भी मोदी की तारीफ सुनने को मिल रही है। मामला गुजरात का है, जहां शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के जज एम. आर. शाह ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें सबसे लोकप्रिय नेता बताया। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे लोकप्रिय, प्रिय, जीवंत और दूरदर्शी नेता हैं। गुजरात उच्च न्यायालय के हीरक जयंती समारोह में न्यायमूर्ति शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खूब प्रशंसा की। न्यायमूर्ति शाह ने कहा, ‘मुझे गुजरात उच्च न्यायालय के हीरक जयंती समारोह में, हमारे सबसे लोकप्रिय, प्रिय, जीवंत और दूरदर्शी नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में, भाग लेकर गौरव का अनुभव हो रहा है।’

PM Narendra Modi

न्यायमूर्ति शाह ने कहा, ‘भारतीय संविधान के तहत स्थापित भारतीय गणतंत्र की खूबियों में से एक है विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच शक्ति का बंटवारा।’ न्यायमूर्ति ने गर्व महसूस करने की बात करते हुए कहा कि गुजरात उच्च न्यायालय ने कभी लक्ष्मण रेखा को पार नहीं किया और हमेशा न्याय देने का कार्य किया है।

गौरतलब है कि पिछले साल एक समारोह में प्रधानमंत्री की प्रशंसा किए जाने के बाद न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा भी सबकी नजरों में आ गए थे। न्यायमूर्ति (अवकाश प्राप्त) मिश्रा ने मोदी को ‘अंतरराष्ट्रीय स्तर’ पर स्वीकार्य दूरदर्शी नेता बताया था।

वहीं शनिवार को न्यायमूर्ति शाह ने गुजरात उच्च न्यायालय को अपनी कर्मभूमि बताते हुए कहा कि इस न्यायालय में उन्होंने 22 साल वकील की तरह और 14 साल न्यायाधीश की तरह सेवा दी थी। बता दें कि प्रधानमंत्री ने हीरक जयंती समारोह में एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया। समारोह में भारतीय न्यायपालिका की पीएम मोदी ने यह कहते हुए सराहना की कि उसने लोगों के हितों की रक्षा करने और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को कायम रखने का अपना दायित्व बखूबी निभाया और यह काम उस समय भी किया गया जब राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता दिए जाने की आवश्यकता थी।