नई दिल्ली। साल 2022 विकास के लिहाज से भारत के लिए अद्भुत, अकल्पनीय व अविस्मरणीय रहा। जहां एक तरफ दुनिया की आधी आबादी लाचारी, दुश्वारी और बदहाली से जूझती रही, तो वहीं भारत ने कई प्रशंसनीय कीर्तिमान स्थापित कर सभी विकसित देशों को अचभिंत किया और यह सबकुछ मुमकिन हो पाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई की बदौलत। यूं तो भारत ने पीएम मोदी के आठ साल की अगुवाई में कई कीर्तिमान स्थापित किए, लेकिन साल 2022 कैसे शेष वर्षों की तुलना में अनुपम रहा। आइए, विस्तार से जानते हैं।
अर्थव्यस्था के मोर्चे पर बजा भारत का डंका
जरा याद कीजिए उन दिनों को जब भारतीय अर्थव्यवस्था को विकसित देशों के अगुवों द्वारा हेय दृष्टि से देखा जाता था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी अगुवाई में ना महज विश्व के नेताओं को भारतीय अर्थव्यवस्था की ओर देखने का नजरिया बदलने पर मजबूर कर दिया, बल्कि जो लोग कल तक भारतीय अर्थव्यवस्था को हेय दृष्टि से देखा करते थे। वही भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ में कसीदे पढ़ने पर मजबूर भी हुए।
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The Indian digital economy grew 2.4 times faster than the Indian economy, and India is now ranked 8th on the Climate Change Performance Index.
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— narendramodi_in (@narendramodi_in) December 30, 2022
A great achievement in 2022 for India was emerging as the world’s 5th largest economy and reaching the 40th position in the Global Innovation Index!
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साल 2022 में भारतीय अर्थव्यवस्था यूनाइटेड किंगडम जैसी महाशक्ति माने जाने देश की अर्थव्यवस्था को पछाड़कर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में कामयाब हुआ। मौजूदा वक्त में भारत महज चीन, जापान, अमेरिका और जर्मनी से ही पीछे है। आज से एक दशक पहले भारत विश्व की 11वीं बड़ी अर्थव्यवस्था हुआ करता था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में आर्थिकी के मोर्चे पर कई ऐसे फैसले लिए जिसके नतीजतन आज भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सफल हो पाया है।
ध्यान रहे साल 2022 में पीएम मोदी ने आर्थिक मोर्चे पर मौजूदा प्रतिबंधों में ढील देकर समाज के सभी वर्गों को व्यापार करने के लिए प्रोत्साहित किया और इसके लिए सरकार की तरफ से ऋण मुहैया कराए जाने का भी प्रावधान किया। जिसकी बदौलत आज भारत विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सफल हो पाया है।
कई आर्थिक एजेंसियों ने भी माना भारत का लोहा
आपको बता दें कि साल 2022 में आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक सहित कई बड़ी वित्तीय एजेंसियों ने भारत को निवेश के लिए मुफीद ठिकाना बताया है और विश्व के निवेशकर्ताओं को भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया। ध्यान रहे, पहले आईएमएफ जैसी एजेंसियां भारत को निवेश के लिए सुरक्षित बताने से परहेज किया था।
भारत ने इन मोर्चे पर रचा इतिहास
भारत के खुदरा उद्योग ने अप्रैल-नवंबर 2022 की अवधि के दौरान पूर्व-महामारी के स्तर पर बिक्री में 19% की वृद्धि देखी, जो त्वरित सेवा रेस्तरां और फुटवियर जैसे सेगमेंट के मजबूत प्रदर्शन की पीठ पर सवार थी।
2022 has been exceptional for India. #MannKiBaat pic.twitter.com/5PIDkCOvvL
— PMO India (@PMOIndia) December 25, 2022
# भारत और खाड़ी सहयोग परिषद के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2020-21 में 87.35 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 2021-22 में 154.66 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जिसमें 77.06% की वृद्धि दर्ज की गई।
# नवंबर 2022 में पिछली दो तिमाहियों की तुलना में फ़ास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) की ग्रामीण मात्रा में 6-7% की वृद्धि देखी गई। यह इंगित करता है कि कैसे भारत के गांव न केवल इस क्षेत्र के विकास के महत्वपूर्ण योगदानकर्ता हैं बल्कि प्रमुख फसलों के लिए उच्च एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और ग्रामीण बुनियादी ढांचे में बढ़ते खर्च के साथ मिलकर इस मांग को सहायता प्रदान की है।
# भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था की तुलना में 2.4 गुना तेजी से बढ़ी है, जो आर्थिक उत्पादकता का संकेत देती है। # ऑटो कंपोनेंट उद्योग में 34% की वृद्धि देखी गई। 2022-23 की पहली छमाही में 2.65 लाख करोड़। मुख्य रूप से यात्री वाहन खंड की घरेलू मांग पर सवार होकर, इन घटकों का निर्यात 8.6% बढ़कर 10.1 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। # मोबाइल निर्यात रुपये को पार कर गया।
अप्रैल-नवंबर 2022 के दौरान 50,000 करोड़ का आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 110% बढ़ गया है। सरकार द्वारा शुरू की गई स्मार्टफोन पीएलआई (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) योजना के परिणामस्वरूप, रुपये से अधिक की सेक्टर ए पीएलआई योजना। फॉक्सकॉन इंडिया और पैडेट इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए 400 करोड़ रुपये भी एक अधिकार प्राप्त समिति द्वारा अनुमोदित किए गए थे, जिससे इस क्षेत्र में विकास को सहायता मिली।