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Rajasthan: पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अधिकारियों को लगाई लताड़, बोले- ”कर्मचारी काम करें, वरना…”

Rajasthan: बिजली विभाग के कर्मचारी तो फोन तक नहीं उठाते हैं। मैंने खुद उन्हें फोन किया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद किसी सरपंच से बोल कर मैंने बात की। जब ये लोग मंत्री के फोन नहीं उठाते तो फिर जनता के फोन कैसे उठाते होंगे?

नई दिल्ली। राजस्थान के भरतपुर में आज पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें सड़क, बिजली पानी जैसी कई मूलभूत सुविधाओं को लोगों तक पहुंचाने के विषय में अधिकारियों से बात की गई। इस दौरान मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने पीडब्ल्यूडी (PWD) के अधिकारी, चंबल परियोजना के अधिकारी और बिजली विभाग के अधिकारियों की जमकर क्लास ली। उन्होंने जिला कलेक्टर आलोक रंजन को इन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने कार्रवाई करने के आदेश दिए। मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने आगे कहा कि ”बिजली विभाग के कर्मचारी तो फोन तक नहीं उठाते हैं। मैंने खुद उन्हें फोन किया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद किसी सरपंच से बोल कर मैंने बात की। जब ये लोग मंत्री के फोन नहीं उठाते तो फिर जनता के फोन कैसे उठाते होंगे?” सड़क की समस्याओं पर मंत्री ने कहा कि ”ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की हालत लगातार बद से बदतर होती जा रही है।”

उन्होंने आगे कहा, ”सड़कों में इतने गड्ढे हैं, कि लोगों का चलना बद्हाल हो रहा है। लेकिन PWD विभाग खर्राटे मार कर सोया हुआ है।” इसके अलावा मंत्री ने साफ हिदायत देते हुए कहा कि ”या तो कर्मचारी काम करें, वरना उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने कहा कि अब गर्मी आ गई है और मई-जून में पानी की बहुत किल्लत होने वाली है और ऐसे समय में भी चंबल परियोजना के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। इन लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हर गांव में पानी की पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी और अगर चंबल परियोजना से भी पानी नहीं पहुंच पाता है, तो गांव-गांव में टैंकरों से सप्लाई भेजी जाएगी।”