नई दिल्ली। खुद को पीएम मोदी का निजी सचिव बताकर ठगी की वारदात को अंजाम देने की कोशिश करने वाले शख्स के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। शख्स के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। यह खबर अभी खासा सुर्खियों में है। लोग यह जानकर हैरान हो रहे हैं कि आखिर कोई कैसे खुद को पीएम मोदी का निजी सचिव बातकर ठगी की वारदात को अंजाम दे सकता है। उधर, दिल्ली पुलिस कमीश्नर राकेश अस्थाना ने इस पूरे मामले पर ट्वीट कर कहा कि, ‘हमें प्रधानमंत्री कार्यालय में एक पदाधिकारी की जालसाजी, प्रतिरूपण और पहचान धोखाधड़ी के संबंध में एक शिकायत मिली है। दिल्ली पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।’
We have received a complaint regarding forgery, impersonation and identity fraud of an office bearer at the Prime Minister’s Office. Matter is under investigation.@PMOIndia @HMOIndia pic.twitter.com/1r1mhPCvoX
— CP Delhi #DilKiPolice (@CPDelhi) April 15, 2022
उधर, दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए उक्त ट्वीट पर लोग अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। इसके अलावा प्रतिक्रियाओं में लोग पीएम मोदी का निजी सचिव बताकर ठगी करने वाले शख्स को लेकर भी हैरानी जताते हुए नजर आ रहे हैं। चलिए, अब आगे जानते है कि आखिर पूरा माजरा क्या है।
आखिर क्या है पूरा माजरा
बता दें कि इस यह पूरा मामला कुनाल मर्चेंट की शिकायत के फलस्वरूप सामने आया है। कुनाल एक फर्नीचर निर्माता हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने इंस्टाग्राम पर दावा किया है कि विविक कुमार नाम के एक व्यक्ति का ई-मेल सामने आया था, जिसमें उसने खुद को पीएम मोदी का निजी सचिव बताकर टेबल निर्मित करने का निर्देश दिया था।
लेकिन जब गहन तफ्तीश की गई तो पता चला कि न ही पीएम मोदी के निजी सचिव की तरफ से ऐसा कोई ऑर्डर आया था और न ही जिस शख्स ने खुद को पीएम मोदी की निजी सचिव बताया था, वो निजी सचिव था। बहरहाल, पुलिस इस पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद आगे क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।