नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रहने वाले एक बुजुर्ग की लोनी में दाढ़ी काटने के मामले में अब ट्विटर इंडिया के MD मनीष माहेश्वरी ने पुलिसिया कार्रवाई से बचने के लिए हाईकोर्ट का रूख किया है। बता दें कि माहेश्वरी पूछताछ के लिए गुरुवार को लोनी थाने पहुंचने से पहले कर्नाटक हाईकोर्ट पहुंचे और गिरफ्तारी से बचने के लिए याचिका डाली। बता दें कि गाजियाबाद थाने में मनीष माहेश्वरी को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है तो वहीं दूसरी तरफ मनीष अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। बता दें कि लोनी थाना के प्रभारी अखिलेश मिश्र ने जानकारी दी कि, टि्वटर के एमडी मनीष महेश्वरी के वकील शशांक जैन से फोन पर बात हुई है। अधिवक्ता ने प्रोडक्शन के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका डाली थी, जिसकी सुनवाई लंच से पहले होनी थी, लेकिन लंच से पहले सुनवाई नहीं हुई, संभव है कि लंच के बाद सुनवाई हो।
गौरतलब है कि, ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी को गुरुवार को लोनी बॉर्डर थाने में हाजिर होकर भड़काऊ ट्वीट डिलीट न करने के मामले अपनी सफाई देनी थी। इस मामले में पुलिस ने 21 जून को ट्विटर इंडिया के एमडी को नोटिस भेजा था। वहीं 24 जून की सुबह साढ़े 10 बजे तक उन्हें लोनी बॉर्डर थाने में पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया था।
फिलहाल पुलिस अधिकारियों का कहना है कि निर्धारित समय पर पेश न होने पर एमडी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस महीने की 5 तारीख को बुलंदशहर के अनूपशहर निवासी बुजुर्ग तांत्रिक सूफी अब्दुल समद के साथ कुछ लोगों ने ताबीज को लेकर मारपीट की थी लेकिन बाद में इस मारपीट के वीडियो को सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की गई। हालांकि पुलिस ने 15 जून को ट्विटर समेत 9 लोगों के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया था। इसमें ट्विटर पर आरोप था कि पुलिस ने जिस वीडियो का खंडन किया, उसे ट्विटर ने खंडन के बाद भी ट्वीट डिलीट नहीं किया।
अपडेट-
वहीं ताजा अपडेट के मुताबिक कर्नाटक उच्च न्यायालय ने ट्विटर के एमडी मनीष माहेश्वरी को अंतरिम राहत दे दी है और गाजियाबाद पुलिस को उनके खिलाफ कोई कठोर कदम नहीं उठाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कहा है कि अगर गाजियाबाद पुलिस ट्विटर एमडी की जांच करना चाहती है तो वह वर्चुअली कर सकती है।