नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन के लिए पीएम मोदी 5 अगस्त को अयोध्या जाने वाले हैं। ऐसे में विपक्ष भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को लेकर सवाल कर रहा है कि जिस नेता ने राम मंदिर मुहिम को लेकर रथ यात्रा शुरु की, सोमनाथ से अयोध्या तक यात्रा कर जन मानस को राम मंदिर के लिए जोड़ने का प्रयास किया, नैतिकता के रूप में भाजपा आज उन्हें ही नहीं याद कर रही है।
इस मामले को लेकर भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए उदित राज ने ट्विटर पर एक ट्वीट के जरिए आरोप लगाया लिखा है कि, “मंडल के विरोध से कमंडल को ताक़त मिली जिसका नेतृत्व आडवाणी जी ने किया। आडवाणी जी के वजह से 2 MP से आज यहां तक पहुंचे । राम मंदिर के उद्घाटन का नैतिक अधिकार उन्ही का बनता है।”
कांग्रेसी नेता उदित राज के इस ट्वीट पर ट्विटर पर लोगों ने उनकी जमकर क्लास लगाई। भाजपा को नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले उदित राज को लोगों से ही नैतिकता का पाठ पढ़ने का मिल गया। एक यूजर ने लिखा कि, “नैतिकता की बात तू कर रहा है जो लोगों के अधिकार छिन छीन कर डॉक्टर बन गया और तू उसी पार्टी में है जिसने हिंदुओं का हक मुस्लिम को दिया प्रायोरिटी सबसे पहले मुस्लिमों को मिली।”
अंजनि नाम के एक यूजर ने लिखा कि, “प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को नकारने वाले बेशर्मों को इस बात की चिंता नहीं करनी है, हिन्दुओं के नाम पर कलंक ऐसे लोगों के मुंह से श्रीराम शब्द सुनने में भी अच्छा नहीं लगता। भव्य राममंदिर देखकर अपनी छाती पीटने के लिए बेशर्म धर्मद्रोही तैयार रहें जय श्रीराम।”
देखिए उदित राज के इस ट्वीट पर किस तरह के रिप्लाई आए…
है आरक्षण बुद्धि। कभी कहते हो राममंदिर नहीं बनना चाहिए। कभी वहते हो राम काल्पनिक थे। कभी कहते हो मण्डल ने कमंडल को हराया था। कभी कहते हो कमण्डल ने मंडल को हराया था।आख़िर तुम कहना क्या चाहते हो। या फिर ये मुफ्त के राशन ने बुद्धि को जड़ से खत्म कर दिया है।
— prince mishra (@asaliprince) July 20, 2020
नैतिकता की बात कांग्रेस वाले ना करें तो फिर ठीक है आप लोग बस आरक्षण की बात करो दलित मुस्लिम एकता की बात करो
— डॉ. कीटाणु किलर (@KitanuKiller) July 20, 2020
जो लोग आरक्षण को अपना अधिकार समझते हैं वह दूसरों के अधिकार की बात कर रहे हैं क्या आरक्षण तुम्हारा अधिकार है आरक्षण छोड़िए योग्यता के बूते पर आगे आइए फिर अधिकार की बातें कीजिए
— Rakesh Rana (@rakeshK91812355) July 20, 2020
आपकी पार्टी जिसने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया था की भगवान् राम के होने के सबूत नहीं हैं आप लोगों को तो श्री राम मंदिर के विषय पे बात करने का भी अधिकार नहीं है
— Tannu Sharma BJP (@tannusharmaBJP) July 20, 2020
मंडल की ताकत को कमंडल से मापने वाले इंसान ,इस गुलाम मानसिकता को कृपया अपने तक ही सीमित रखिये,
राम मंदिर के बाहर अपने लिये भी चटाइ रखने की व्यवस्था कर लिजिये,— Gautam Kr. (@dkgtm84) July 20, 2020
जब राममंदिर का उदघाटन होगा तो श्री अडवाणी जी ही उसका उद्घाटन करेंगे।
अभी भूमिपूजन है 5 अगस्त को समझा अल्पबुद्धि,अविकसित शैक्षणिक योग्यता धारी मानसिक विकलांग।आरक्षण की पैदाइश— ?????? लोकेश कुमार शर्मा ??? (@Lokeshk82934744) July 20, 2020
आपको बता दें कि कांग्रेसी नेताओं के आरोपों से अलग राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन में लाल कृष्ण अडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को भी निमंत्रण भेजा जा रहा है। इसके अलावा भूमि पूजन के लिए ढाई सौ से 300 लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। इसलिए कांग्रेसी नेताओं को आरोपों में कोई सच्चाई नहीं लगती।