अहमदाबाद। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर आरोप लगाते हैं कि उसके दौर में देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है, लेकिन वो अपनी पार्टी शासित राज्य राजस्थान में बेरोजगारों की तरफ ध्यान नहीं देते। नतीजे में बेरोजगारों का गुस्सा चरम पर है। राजस्थान में कई बार बेरोजगार युवा रीट परीक्षा समेत तमाम नौकरियों के मसले पर प्रदर्शन कर चुके हैं। इस बार राज्य के बेरोजगार युवाओं ने शुक्रवार को गुजरात के अहमदाबाद पहुंचकर वहां कांग्रेस का दफ्तर घेरकर जमकर प्रदर्शन किया। बेरोजगार युवाओं के इस गुस्से का खामियाजा राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस को चुनावों में भुगतना पड़ सकता है। राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
अहमदाबाद में गुजरात कांग्रेस के दफ्तर के बाद राजस्थान के बेरोजगार युवाओं का जमावड़ा जुटा। इन युवाओं ने आज से अपनी मांगों के समर्थन में दांडी मार्च भी करने का एलान किया है। युवाओं की मांग है कि कम्प्यूटर अनुदेशक भर्ती में 40% की बाध्यता में शिथिलता देकर सभी रिक्त पदों को भरा जाए। 2100+544 पदों पर पंचायतीराज JEN भर्ती की विज्ञप्ति जारी की जाए। ग्राम पंचायत ईमित्र संचालक संघ से जुड़े ईमित्र ऑपरेटर अभ्यर्थियों की तमाम मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। आईटीआई कॉलेजों में कनिष्ठ अनुदेशक भर्ती की विज्ञप्ति 1500 पदों पर जल्द से जल्द जारी की जाए। इसके अलावा अध्यापक भर्ती में विशेष शिक्षकों के अधिक से अधिक पद निकाले जाए।
युवाओं ने ये मांग भी की है कि प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में ओबीसी ईडब्ल्यूएस के नवीनतम सर्टिफिकेट मान्य और किसी भी चयनित अभ्यर्थी को सर्टिफिकेट की वजह से बाहर नहीं किया जाए। रेडियोग्राफर, लैब टेक्नीशियन, जूनियर अकाउंटेंट, कृषि पर्यवेक्षक, एलडीसी, RAS, ईसीजी, एसआई, CHO, सूचना सहायक, प्रोग्रामर, दंत चिकित्सक, नर्स ग्रेड 2, ANM की भर्ती निकालने की मांग भी युवा बेरोजगारों ने की है। इसके अलावा तमाम और मांगें भी बेरोजगार कर रहे हैं। बता दें कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने इस साल बजट में 1 लाख सरकारी नौकरियां देने का एलान किया था। अभी तक इस दिशा में ज्यादा काम नहीं हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान में 20 फीसदी से ज्यादा बेरोजगारी है।