नई दिल्ली। सीएम नीतीश कुमार द्वारा बिहार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर चर्चा के दौरान दिए गए बयान को लेकर चौतरफा बवाल मचा हुआ है। बीजेपी उनके बयान की आलोचना कर रही है और उनसे इस्तीफे की मांग कर रही है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने यहां तक कहा कि ऐसे नेता को देश और राज्य का प्रतिनिधित्व करने का कोई नैतिक हक नहीं है। वहीं, नीतीश कुमार के बयान की बीजेपी ने आलोचना करते हुए एक्स पर पोस्ट भी किया जिसमें लिखा था कि भारत की राजनीति में नीतीश बाबू जैसा अश्लील नेता नहीं देखा होगा। नीतीश बाबू के दिमाग में एडल्ड बी ग्रेड फिल्मों का कीड़ा घुस गया है। सार्वजनिक से इनके द्विअर्थी संवादों पर पाबंदी लगानी चाहिए। लगता है संगत का रंगत चढ़ गया है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि, ‘जिस तरह का अमर्यादित बयान दिया है, उससे वो सभ्य समाज का प्रतिनिधित्व करने लायक नहीं रह गए हैं। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। उधर, बीजेपी नेता सुनील देवघर ने कहा कि, ‘ जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है. संगत कौरवों जैसों की होगी तो सदन में मर्यादाएं टूटेगी ही।
इसके अलावा नीतीश कुमार के बयान पर महिला विधान पार्षद निवेदिता सिंह ने मीडिया के सामने बयान देते वक्त फूट-फूट कर रोने लगीं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का बयान शर्मनाक है। उन्होंने अपने इस बयान से ना महज बिहार बल्कि पूरे देश की महिलाओं को शर्मसार किया है। मैं विधानसभा में उनके प्रवचन सुनने की हिम्मत नहीं जुटा पाई और बाहर आ गई। नीतीश कुमार ने पूरे देश की महिलाओं को शर्मसार कर दिया है।
बिहार विधान परिषद में नीतीश कुमार जी की महिलाओं के प्रति घृणित और निकृष्ट बातें सुनकर मानवता भी शर्मसार हो गई।
नम आँखों से भाजपा की माननीय विधान पार्षद श्रीमती निवेदिता सिंह जी ने कहा कि सदन में ऐसा काला दिन नहीं आयेगा।#AslilNitish #Bihar pic.twitter.com/rdrolScx3w
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) November 7, 2023
उधर, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने भी नीतीश कुमार के बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का बयान शर्मनाक है। ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पदों पर बैठने का कोई नैतिक हक नहीं है। ऐसे लोग हमारे समाज के लिए उचित नहीं हैं। चौबे ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस तरह की अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया है, वो उचित नहीं है, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री को अपने इस कुकृत्य के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
#WATCH | Bihar BJP President Samrat Chaudhary says, “BJP gave its full support to the increase the reservation limits in Bihar…The 16% reservation to the SC should be increased to 20%. We requested that the 1% reservation for the ST should be increased to 2%. BJP has always… pic.twitter.com/Uemi7K3EQx
— ANI (@ANI) November 7, 2023
वहीं, बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्य़क्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश के बयान की निंदा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने बयान से ना महज बिहार, बल्कि पूरे देश की महिलाओं को शर्मसार किया है , जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। अब से नीतीश कुमार की रैली में कोई भी महिला शामिल नहीं होना चाहेंगी। सभी उनसे दूर भागेंगे। ऐसे राजनेता को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
नीतीश कुमार ने अपने बयान में क्या कहा ?
बता दें कि विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए आज सीएम नीतीश कुमार ने पूरी यौन क्रिया ही समझा दी, जिससे विधानसभा में मौजूद ना महिला विधायक, बल्कि पुरुष विधायक भी असहज हो गए, जिसके बाद कई विधायक बाहर चले गए। दरअसल, सीएम नीतीश कुमार ने अपने बयान में कहा कि, ”लड़की पढ़ लेगी अगर, तो जब शादी होगा। तब पुरुष रोज रात में करता है ना. उसी में और (बच्चे) पैदा हो जाता है. लड़की अगर पढ़ लेगी तो उसको भीतर मत .. उसको …. कर दो. इसी में संख्या घट रही है। ‘
#WATCH | Bihar CM Nitish Kumar uses derogatory language to explain the role of education and the role of women in population control pic.twitter.com/4Dx3Ode1sl
— ANI (@ANI) November 7, 2023
सनद रहे कि आज विधानसभा में नीतीश कुमार ने आरक्षण की सीमा को बढ़ाने का ऐलान किया। उन्होंने आरक्षण की सीमा को 50 फीसद से बढ़ाकर 75 फीसद करने का प्रस्ताव किया था। बता दें कि इस प्रस्ताव पेश किए जाने के कुछ देर बाद ही नीतीश कैबिनेट ने इसे मंजूरी भी दे दी। वहीं, अब खबर है कि इस संदर्भ में आगामी 9 नवंबर को विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विधेयक पेश किया जाएगा। उधर, सियासी गलियारों में चर्चा है कि नीतीश कुमार ने आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के विजयी रथ को रोकने के मकसद से आरक्षण वाला दांव चला है।