नई दिल्ली। लॉकडाउन के चलते गांव लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए राशन पानी की व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार ने उठाई ली है। की अहम जिम्मेदारी है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने गरीबों को सस्ता राशन मुहैया कराने के लिए राज्य में वन नेशऩ वन कार्ड योजना लागू कर दी है। इस योजना के जरिए किसी भी सरकारी दुकान से सस्ता राशन लिया जा सकता है।
इस योजना में दूसरे राज्यों से आए लोगों को भी उत्तराखंड में राशन मिलेगा। बता दें कि मौजूदा समय में राज्य में 9200 सस्ते गल्ले की दुकानों के जरिए 23 लाख से से ज्यादा राशन कार्ड धारकों को सस्ता राशन दिया जाता है। जिनमें से केवल 7500 दुकानों में बायोमेट्रिक मशीनें लग पाई हैं, जबकि 1700 दुकानों में बायोमेट्रिक मशीन नहीं लगी है।
आपको बता दें किबायोमेट्रिक मशीनों के जरिए राशऩ लेने वालों को मशीन पर अपना अंगूठा लगाना होगा। इसके बाद उनको सस्ता राशन मुहैया कराया जाएगा। राशन लेने वालों को एक दुकान से दूसरे दुकान भटकने की जरूरत नहीं है। जिन दुकानों में बायोमेट्रिक मशीन लग गई है, वहां से राशन ले सकते हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (National Food Security Scheme – NFSS) के तहत प्राथमिक और अंत्योदय राशन कार्ड धारकों पर यह स्कीम लागू होगी।