नई दिल्ली। दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अधिकारियों को रविवार को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस बीच पाकिस्तानी हाई कमिशन में तैनात जासूसों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसके बाद जासूसी कांड में गिरफ्तार किए गए पाक उच्चायोग के 2 अधिकारियों की करतूत खुलकर सबके सामने आ गई है। इस वीडियो में एक जासूस कुछ लोगों के साथ दिख रहा है। ये जासूस कारोबारी बनकर अधिकारियों से मिलते थे। इससे साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान भारत की सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील जानकारी हासिल करने के लिए किस स्तर तक जा सकता है।
वहीं सूत्रों के मुताबिक भारत से निकाले गए दोनों जासूस पाकिस्तान पहुंच चुके हैं। उन्हें 24 घंटे में देश छोड़ने को कहा गया था। सोमवार को पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने उनके वाघा बॉर्डर के जरिए वापस लौटने की पुष्टि की है।
बता दें कि जासूसी का यह वीडियो चार महीने पुराना है। मिलिट्री इंटेलिजेंस ने अपने एजेंट के जरिए पाकिस्तानी अधिकारियों आबिद हुसैन एवं मुहम्मद ताहिर को यह भरोसा दिलाया कि वह पैसे के बदले भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों के बारे में अहम जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।
Fantastic operation (including a sting operation) by the ?? Military Intelligence team to catch 2 ?? Pakistani ISI operatives red handed in New Delhi working as visa assistants in the Pak HC in New Delhi ?
Both being deported from ??.@NewsX @Inkhabar @DrSubhashMoS @Ra_THORe pic.twitter.com/A77qvLPH1m— Ashish Singh (@AshishSinghNews) June 1, 2020
पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात जिन जासूसों को देश से निकाला गया, वे कई डिफेंस कर्मचारियों से मिल चुके थे। जांच में पता चला है कि वे ‘बिजनेसमैन’ होने का कवर लेकर इन अधिकारियों से मिलते थे। उनसे जानकारियां हासिल कर पाकिस्तान में इंटर-सर्विसिज इंटेजिलेंस (आईएसआई) को पहुंचाते थे। उनके ISI से डायरेक्ट कनेक्शन के सबूत भी हाथ लगे हैं। करोल बाग के एक रेस्तरां से हाई कमिशन के दो स्टाफ आबिद हुसैन (42) और ताहिर खान (44) के अलावा ड्राइवर जावेद हुसैन भी पकड़ा गया था। तीनों पाकिस्तानी हैं।