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Congress Vs AAP: अध्यादेश के मसले पर आप और कांग्रेस में जंग तेज, अजय माकन बोले- केजरीवाल बीजेपी के करीबी, जेल जाएंगे

पटना में कल विपक्षी दलों की बैठक के बाद आप की तरफ से कांग्रेस पर तोहमत लगाई गई थी कि वो अध्यादेश पर अपना रुख नहीं बता रही और खबर है कि बीजेपी की संसद में मदद करेगी। अब दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राहुल गांधी के करीबी अजय माकन ने आप के संयोजक और सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।

नई दिल्ली। दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का हक लेफ्टिनेंट गवर्नर को देने संबंधी मोदी सरकार के अध्यादेश के मसले पर आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस में जंग तेज हो गई है। पटना में कल विपक्षी दलों की बैठक के बाद आप की तरफ से कांग्रेस पर तोहमत लगाई गई थी कि वो अध्यादेश पर अपना रुख नहीं बता रही और खबर है कि बीजेपी की संसद में मदद करेगी। आप के इस आरोप पर अब दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राहुल गांधी के करीबी अजय माकन ने आप के संयोजक और सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।

अजय माकन ने ट्वीट में लिखा है कि 5 अगस्त 2019 को अरविंद केजरीवाल जी के संलग्न बयान को देखें। उसी दिन केजरीवाल जी के बयान पर मेरा जवाब भी देखें। दोनों संलग्न हैं। कौन बीजेपी से मिला हुआ है, अब भी कोई शक है? माकन ने आगे लिखा है कि आप पार्टी जिसका 542 में से केवल 1 लोकसभा सदस्य है, वो कांग्रेस से समर्थन भी चाहता था और केजरीवाल जी उसके नेताओं को भला-बुरा भी कह रहे थे? कांग्रेस नेता माकन ने लिखा कि क्या यह तरीका समर्थन मांगने का है? उन्होंने आगे लिखा है कि केजरीवाल जी जेल जाने से बचने के लिए यह सब कर रहे हैं। देश की जनता सब जान चुकी है। जब भ्रष्टाचार करा है, तो सजा तो काटनी ही पड़ेगी, यही विधि का विधान है!

CM Arvind Kejriwal

यानी अब कांग्रेस की तरफ से केजरीवाल को बीजेपी से मिला हुआ और सीधे तौर पर भ्रष्टाचार में लिप्त बता दिया गया है। कांग्रेस ये भी भविष्यवाणी कर रही है कि केजरीवाल जेल जाएंगे। इससे पहले दिल्ली सरकार में हुए शराब घोटाले और केजरीवाल के बंगले की साज-सज्जा के मामले सामने आने के बाद भी कांग्रेस लगातार उनपर हमले बोलती रही है। अब अजय माकन के ताजा ट्वीट वाले बयान से साफ है कि विपक्षी दलों की एकता में केजरीवाल का शामिल होना शायद संभव न रहे। आप की तरफ से पहले ही कहा जा चुका है कि अध्यादेश पर अगर कांग्रेस रुख साफ नहीं करती, तो अगले महीने शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में वो शामिल नहीं होगी।