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लॉकडाउन में ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ का नायाब उदाहरण, बिना पंडित के कर ली शादी

लॉकडाउन की घोषणा के पहले ही लग्न महूर्त निकाला जा चुका था। पत्रिका छप चुकी थी और दूल्हा दुल्हन को हल्दी लगना भी शुरू हो चुकी थी। ऐसे में पंरपरा और मान्यताओं के चलते दोनों परिवार इस समारोह को रोक नहीं सकते थे। इन हालातों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शादी संपन्न करने का इरादा किया गया।

नई दिल्ली। लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के कई नायाब उदाहरण सामने आ रहे हैं। ऐसी ही एक उदाहरण मध्यप्रदेश के शाजापुर से सामने आया। इस शहर में सोशल डिस्टेंसिंग कायम रखते हुए एक ऐसी शादी की गई, जिसमें पुजारी तक शामिल नहीं हुए।

Madhya Pradesh Marriage

शाजापुर के काछीवाड़ा क्षेत्र में रहने वाली भावना और शहर के ही निवासी चंदन की शादी की सब तैयारियां हो चुकीं थीं। लॉकडाउन की घोषणा के पहले ही लग्न महूर्त निकाला जा चुका था। पत्रिका छप चुकी थी और दूल्हा दुल्हन को हल्दी लगना भी शुरू हो चुकी थी। ऐसे में पंरपरा और मान्यताओं के चलते दोनों परिवार इस समारोह को रोक नहीं सकते थे। इन हालातों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शादी संपन्न करने का इरादा किया गया।

Madhya Pradesh Marriage

सो दूल्हे चंदन की बारात पांच लोगों के साथ निकली वो भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए। इस बारात में न तो बैंड बाजा था और न ही नाचते गाते बाराती। जब बारात दुल्हन घर के पहुंची तो यहां भी मेहमान के नाम पर सिर्फ़ दुल्हन के घर वाले मौजूद थे। पड़ोसियों को भी नहीं बुलाया गया था। इन सबके बीच पता चला कि शादी करवाने के लिये कोई भी पंडित लॉकडाउन में आने के कारण आने को तैयार नहीं हुआ।

Lockdown Pic

ऐसे में वर-वधू ने एक दूसरे के गले मे वर माला डाली और एक दूसरे का हाथ थाम लिया। लॉकडाउन के दौर के इस अनूठे विवाह की चर्चा चारों तरफ है। सोशल डिस्टेंसिंग का संदेश देने के कारण इसकी सराहना भी की जा रही है।