नई दिल्ली। बिहार के चूहे एक से बढ़कर एक कारनामा करते रहते हैं और सरकार को परेशान करते रहते हैं। बिहार के चूहे आम नहीं, खास हैं, तभी तो कभी थाने में रखी शराब की बोतलों से शराब गटक जाते हैं तो कभी बांध काट देते हैं, जिसकी वजह से बाढ़ आ जाती है, कभी शिक्षकों की फाइलें कुतर देते हैं तो कभी मरीजों के लिए रखी स्लाइन की बोतल भी पी जाते हैं।
अब बिहार में घोटाला करने वाले इन चूहों को राजद नेता की मदद से राबड़ी देवी ने पिंजड़े में कैद कर लिया है और आज इन चूहों को लेकर राजद नेता सदन पहुंच गए और कहा कि बिहार सरकार को परेशान करने वाले चूहों को सदन में पेश होना पड़ेगा और इन्हें बिहार सरकार कड़ी सजा भी दे।
बिहार की राजनीति में चूहों का बोलबाला रहा है। बिहार में जब बाढ़ आई तो इसका इल्जाम इन चूहों पर लगा कि चूहों ने बांध को काट खाया जिसकी वजह से बाढ़ आई। फिर बिहार में शराबबंदी के बाद जब शराब की पेटियां जब्त कर थाने में रखी गईं और शराब की बोतलें खाली पायी गईं तो फिर से उसका इल्जाम चूहों पर लगा कि चूहों ने सैकड़ों बोतल शराब पी ली।
शुक्रवार को राजद नेताओं ने विधान परिषद के बाहर पिंजरे में बंद चूहे के साथ अनोखा प्रदर्शन किया। राजद नेता सुबोध राय पिंजरे में बंद चूहे के साथ विधान परिषद पहुंचे और दावा किया कि हमने बिहार में घोटाले के आरोपी चूहों को पकड़ लिया है।
विधान परिषद के बाहर प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री सह परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबडी देवी भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि बांध काटने और शराब पीने के दोषी चूहे पकड़ में आ गए हैं, जिस चूहे को सरकार की पुलिस नही पकड़ पाई उसको राजद ने पकड़ लिया है। एेसे में अब सरकार को चाहिए कि ऐसे दोषी चूहे पर कड़ी कार्रवाई कर सजा दी जाए।
विधानपरिषद में शून्यकाल के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच ‘चूहों’ को लेकर जमकर नोक झोंक हुई। सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में राजद के मुख्य सचेतक सुबोध राय सरकार में घोटाला करने वाले चूहों कार्रवाई की मांग करते रहे।
इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य आपस में उलझ गए। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में मुस्कुराते रहे। फिर नोकझोंक बढ़ते देख नीतीश सदन से निकल लिए।