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Bilkis Bano Case: SC ने बिलकिस बानो के आरोपियों की सजा की रद्द, तो राहुल, प्रियंका, ओवैसी समेत इन नेताओं ने साधा मोदी सरकार पर निशाना

Bilkis Bano Case: जब गत वर्ष गुजरात हाईकोर्ट ने बिलकिस बानो के आरोपियों की सजा पर रोक लगा दी थी। तब बिलकिस ने खुद इसका विरोध किया था और इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था। जिस पर आज शीर्ष अदालत ने उक्त फैसला सुनाया है, जिसका चहुंओर स्वागत किया जा रहा है।

नई दिल्ली। बिलकिस बानो दुष्कर्म प्रकरण में शामिल आरोपियों को गुजरात हाईकोर्ट से मिली रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई के दौरान रोक लगा दी है। जिसे लेकर बिलकिस बानो के जेहन में न्याय पाने की आस जग गई है। बता दें कि जब गत वर्ष गुजरात हाईकोर्ट ने बिलकिस बानो के आरोपियों की सजा पर रोक लगा दी थी। तब बिलकिस ने खुद इसका विरोध किया था और इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था। जिस पर आज शीर्ष अदालत ने उक्त फैसला सुनाया है, जिसका चहुंओर स्वागत किया जा रहा है। आइए, अब आगे आपको बताते हैं कि इस फैसले पर किसने क्या कहा है?

प्रियंका गांधी का बयान

उधर, कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिलकिस बानो को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि, ‘यह न्याय की जीत है। सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो के आरोपियों की रिहाई पर रोक लगा दी है। वहीं, कोर्ट के आदेश से बीजेपी की महिला विरोधी नीतियों से भी पर्दा उठा है। इस आदेश से देश के आम लोगों का न्याय व्यवस्था पर विश्वास प्रबल होगा। हम हमें बहादुरी के साथ आगे की लड़ाई को जारी रखना है’।

वृंदा करात ने क्या कहा ?

वहीं, सीपीआई नेता वृंदा करात ने कहा कि, ‘हम इस फैसले का स्वागत करत हैं। यह देश की न्याय-व्यवस्था के प्रति लोगों के विश्वास को प्रगाढ़ करने की दिशा में बहुत बड़ा कदम है’। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी इसका पूरा समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और गुजरात सरकार दोनों ही दोषी हैं।

ओवैसी ने क्या है?

इसके अलावा इस पूरे मामले पर असदुद्दीन ओवैसी का भी बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि , ‘ आने वाले दिनों में कोई भी सरकार बलात्कारी के आरोपी को ऐसे ही नहीं छो़ड़ेगी। उन्होंने आगे कहा कि, ‘ केंद्र की मोदी सरकार को बिलकिस बानो से माफी मांगनी चाहिए। अब मैं यह सवाल पूछना चाहता हूं कि आखिर बुलडोजर वाली नीति कहां गई? अब मैं यह पूछना चाहता हूं कि आखिर ये जुमलेबाजी करने वाले लोग कहां गए? कहां गए वो लोग जो नारी सशक्तिकरण की बात करते थे।  

राहुल गांधी की प्रतिक्रिया 

उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘चुनावी फायदे के लिए ‘न्याय की हत्या’ की प्रवृत्ति लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरनाक है। आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने एक बार फिर देश को बता दिया कि ‘अपराधियों का संरक्षक’ कौन है। बिलकिस बानो का अथक संघर्ष, अहंकारी भाजपा सरकार के विरुद्ध न्याय की जीत का प्रतीक है।