नई दिल्ली। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के कुलपति और विख्यात शिक्षाविद सतनाम सिंह संधू को राज्यसभा का मनोनीत सांसद नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें बधाई दी है। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बधाई संदेश में कहा कि, ‘मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति जी ने श्री सतनाम सिंह संधू जी को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। सतनाम जी ने खुद को एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में प्रतिष्ठित किया है, जो विभिन्न तरीकों से जमीनी स्तर पर लोगों की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने हमेशा राष्ट्रीय एकता को आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है और भारतीय प्रवासियों के साथ भी काम किया है। मैं उन्हें उनकी संसदीय यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं और मुझे विश्वास है कि राज्यसभा की कार्यवाही उनके विचारों से समृद्ध होगी’।
I am delighted that Rashtrapati Ji has nominated Shri Satnam Singh Sandhu Ji to the Rajya Sabha. Satnam Ji has distinguished himself as a noted educationist and social worker, who has been serving people at the grassroots in different ways. He has always worked extensively to… pic.twitter.com/rZuUmGJP0q
— Narendra Modi (@narendramodi) January 30, 2024
उधर, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने बधाई संदेश में कहा कि, ‘मैं श्री सतनाम सिंह संधू जी के राज्यसभा के लिए नामांकन का स्वागत करता हूं। सामुदायिक सेवा में उनका समृद्ध कार्य और शिक्षा, नवाचार और सीखने के प्रति उनका जुनून राज्यसभा के लिए ताकत का बड़ा स्रोत होगा। मैं उनके कार्यकाल के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।’ वहीं , सतनाम सिंह को लगातार चौतरफा बधाई मिल रही है। आइए, आगे कि रिपोर्ट में हम आपको विस्तार से बताते हैं कि आखिर अब तक उनका सफर कैसा रहा है ?
I welcome the nomination of Shri Satnam Singh Sandhu Ji to the Rajya Sabha. His rich work in community service and his passion towards education, innovation and learning will be big sources of strength for the Rajya Sabha. I wish him the very best for his tenure. @satnamsandhuchd pic.twitter.com/UAA1FMk6yp
— Vice President of India (@VPIndia) January 30, 2024
कौन हैं सतनाम सिंह संधू ?
सतनाम सिंह संधू का बचपन संघर्ष और अभावों में बीता, लेकिन वो शुरू से ही परिश्रमी और अपने काम के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहे जिसका नतीजा हुआ कि वो आज की तारीख में इस मुकाम पर पहुंच पाए हैं। बता दें कि सतनाम सिंह ने ही विश्वस्तरीय शैक्षिक संस्थान चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज की नींव रखी थी। इसके अलावा उन्होंने मोहाली के लांडरां में चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज की भी नींव रखी थी।
इसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में अपना सफर को जारी रखा। उधर, सतनाम सिंह आमतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर तबके के विधार्थियों की भी मदद करते हुए नजर आते हैं। बहरहाल, अब जब राज्यसभा सांसद के लिए उन्हें मनोनीत किया गया है, तो ऐसे में उनकी भूमिका कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।