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Twin Tower: कौन दबाएगा ट्विन टावर के डेमोलिशन का बटन, जानिए क्या-क्या की गई हैं तैयारियां?

Twin Tower: ये काफी सरल प्रक्रिया होगी। हम डायनमो से करंट पैदा करके बटन को दबाएंगे, जो सभी मौजूद शॉक ट्यूबों में डेटोनेटर को एक्टिवेट करेगा। 9 सेकंड में सारे डेटोनेटर एक्टिवेट हो जाएंगे और पूरी इमारत ढह जाएगी।

नई दिल्ली। नोएडा के 40-मंजिला सुपरटेक ट्विन टावर्स का ध्वस्तीकरण 28 अगस्त को किया जाएगा। नोएडा सेक्टर 93A में स्थित ट्विन टावर इमारत अपने अवैध निर्माण के कारण चर्चा का विषय बनी हुई है। इसका विस्फोट सिर्फ एक बटन दबाकर किया जाएगा, जो भारतीय ब्लास्टर चेतन दत्ता के हाथों होना तय है। हालांकि, ये कार्य अभ्यास 21 अगस्त को शुरू होना था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा प्राधिकरण के अनुरोध को स्वीकार करते हुए इसकी तारीख को आगे बढ़ाकर 28 अगस्त तक कर दिया है। ब्‍लास्टर दत्‍ता अब रविवार को एक बटन दबाकर इस इमारत का ध्वस्तीकरण करेंगे।

क्‍या है ये डिमॉलिशन प्‍लान?
ब्लास्टर चेतन दत्ता ने जानकारी दी कि, “ये काफी सरल प्रक्रिया होगी। हम डायनमो से करंट पैदा करके बटन को दबाएंगे, जो सभी मौजूद शॉक ट्यूबों में डेटोनेटर को एक्टिवेट करेगा। 9 सेकंड में सारे डेटोनेटर एक्टिवेट हो जाएंगे और पूरी इमारत ढह जाएगी।” उन्‍होंने आगे बताया कि, ”हम इमारत से लगभग 50-70 मीटर की दूरी पर खड़े होंगे। इसमें किसी तरह का खतरा नहीं होगा। हमें पूरा यकीन है कि इमारत बिना कोई नुकसान किए सही तरीके से ढह जाएगी। ब्लास्टिंग एरिया लोहे की जाली की 4 परतों और कंबल की 2 परतों से ढक दिया जाएगा। इससे इमारत का मलबा नहीं उड़ेगा, हालांकि धूल उड़ सकती है।”

ब्लास्टिंग के समय उठाए जाने वाले सुरक्षा कदम

1.ब्लास्‍टिंग के समय सभी लोग इमारत से लगभग 50-70 मीटर की दूरी पर होंगे, जहां उन्हें कोई खतरा नहीं होगा। ब्लास्टिंग एरिया लोहे की जाली की चार परतों और कंबल की दो परतों से अच्छी तरह से ढ़क दिया जाएगा।

2.विस्फोट से पैदा होने वाले कंपन को कम करने के लिए इम्पैक्ट कुशन भी डिजाइन किए गए हैं।

3.सुपरटेक टि्वन टावर के बगल वाले एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी में रहने वाले करीब 5,000 निवासियों को सुबह जल्दी अपना घर खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों से मंजूरी प्राप्त होने के बाद उन्हें शाम को वापस लौटने की अनुमति दी जाएगी।

4.स्थानीय निवासियों को मास्‍क, चश्मा पहनने और टावर के ध्वस्तीकरण के दौरान घर से बाहर जाने से बचने के लिए कहा गया है।

5.इसके अलावा, फेलिक्स अस्पताल में आपात स्थिति के लिए करीब 50 बिस्तर आरक्षित किए गए हैं।

मलबे को साफ करने में इतना समय लगेगा

सुपरटेक ट्विन टावर्स कुतुब मीनार से भी अधिक ऊंचा है। 28 अगस्त की दोपहर 2.30 बजे 9 सेकंड में ध्वस्त होने वाले ये टावर भारत की सबसे ऊंचे ढांचों की लिस्ट में शामिल हो जाएंगे। गौरतलब है कि Apex (32 मंजिला) और Ceyane (29 मंजिला) का डिमॉलिशन होने के बाद लगभग 35,000 क्यूबिक मलबा निकलेगा, जिसे साफ करने में कम से कम 3 महीने का समय लगेगा।